चौक टीम, जयपुर। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा है कि महिला अत्याचार, दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों की शुरूआत घर से होती है, इसलिये यदि हमें इन बुराइयों का अंत करना है, तो इसकी शरूआत अपने घर से ही करनी होगी तभी महिलाएं सही मायने में सशक्त बनेंगीं। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि घर के काम जब हम बेटा और बेटी दोनो से करवाएगें तो बेटों की सोच का दायरा बढ़ेगा और वे इस बात को समझेगे कि महिला और पुरूष में कोई छोटा बड़ा नहीं होता।
दरअसल, उपमुख्यमंत्री बुधवार को आरबीएल बैंक की ओर से भवानी निकेतन कॉलेज ग्राउण्ड में सीएसआर के तहत विद्याधर नगर क्षेत्र की 400 गरीब बालिकाओं को साइकिल एवं स्कूल किट वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।
‘बेटियों को समान अवसर नहीं देना उनके साथ अन्याय है’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जो माता पिता बेटियों की उपेक्षा कर उन्हें अवसर नहीं देते हैं वे उनके साथ अन्याय कर रहे हैं। हमने देखा है कि जब-जब बेटियों को अवसर मिला है वे बेटों से भी दो कदम आगे रही हैं। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी माताओं, बहनों और बच्चियों की आगे बढाने के लिए हर संभव प्रयास करे रहे हैं, लेकिन ये तभी सार्थक होंगे जब लोगों की मानसिकता में बदलाव आएगा।
बालिका उत्थान के लिए आरबीएल की प्रेरणादायी पहल-
आरबीएल बैंक द्वारा सीएसआर के तहत गरीब वर्ग की बालिकाओं को साइकिल एवं स्कूल किट वितरण के निर्णय की प्रशंसा करते हुए उप मुख्ममंत्री ने कहा कि आरबीएल की यह पहल अनुकरणीय है, इससे अन्य संस्थाओं को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी महिला उत्थान की दिशा में आगे आएंगी।
उपमुख्यमंत्री ने बालिकाओं को बांटी साइकिल
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने बालिकाओं को साइकिल एवं स्कूल किट प्रदान की। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों लोगों के साथ उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम का लाइव टेलिकास्ट भी देखा। कार्यक्रम में शासन सचिव आयोजना नवीन जैन, शासन सचिव वित्त के.के पाठक, आरबीएल बैंक के बिजनेस हैड सुमित भंडारी सहित बैंक के वरिष्ठ पदाधिकारी, विद्याधर नगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।