युवक को गलत खून चढ़ाने का मामला: सरकार ने ‘सड़क दुर्घटना में मृत’ बताकर दिए ₹5 लाख, जनता ने काटा बवाल; जानिए क्यों?

चौक टीम, जयपुर। राजधानी स्थित सरकारी सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में एक युवक की कथित तौर पर गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने के कारण मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, सचिन शर्मा नामक युवक को सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उसे यहां गलत ब्लड ग्रपु का खून चढ़ा दिया गया। इस कारण मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद सरकार ने ‘सड़क दुर्घटना में मृत’ बताकर मृतक के परिजनों को ₹5 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की।

अब इस मामले को लेकर राज्य के विपक्षी दल कांग्रेस ने भी भजनलाल सरकार पर निशाना साधा है। वहीं सोशल मीडिया पर भी जनता ने जमकर सरकार को कोसा और सहायता राशी कम से कम 50 लाख और परिजनों को नौकरी देने की मांग की।

गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से हुई थी मौत

दरअसल, गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से जयपुर के एसएमएस अस्पताल में बीते दिनों बसवा के सचिन शर्मा की मौत हुई थी, इसके बाद जब सचिन के शव को एंबुलेंस से उसके गांव लाया गया तो सचिन के परिवार के लोगों के पास एंबुलेंस को देने का पैसा तक नहीं था। लेकिन गांव वालों ने इस मौके पर सचिन के परिवार की मदद कर एंबुलेंस का पैसा दिया और अंतिम संस्कार का भी इंतजाम किया।

सरकार ने ‘सड़क हादसे में मृत’ बताकर दिए ₹5 लाख

वहीं अब ये मामला लगातार तूल पकड़ रहा था। इस बीच गांव वालों और सामाजिक लोगों ने व्हाट्सएप पर एक मुहिम चला कर मृतक सचिन के परिवार को छोटी-छोटी धनराशि व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से इकट्ठी करनी शुरू की उसके बाद सरकार भी सरकार नहीं चेती। जिसके चलते बीते कल सचिन के ताउ और सचिन की बहन पानी की टंकी पर चढ़ गए और न्याय की मांग करते रहे, जिसके चलते आनंद-फानन में बीते दिन दौसा जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव के डिजिटल हस्ताक्षर से मुख्यमंत्री सहायता कोष द्वारा 5 लाख की आर्थिक सहायता दी गई।

परसादी लाल मीणा ने साधा निशाना

बता दें जिला प्रशासन सरकारी सिस्टम की नाकामी छुपाने के लिए सचिन शर्मा की मौत की वजह महज एक सड़क हादसा बता रहा है। इसके बाद राजस्थान सरकार की 5 लाख की मुआवजा राशि को देखकर विपक्ष हमलावर हो गया है। जिसके चलते पूर्व चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने राजस्थान की भजनलाल सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कि ये संवदेनशील मामला है। सरकार को पीड़ित परिवार के सदस्य को एसएमएस अस्पताल में संविदा पर नौकरी देनी चाहिए।

अशोक गहलोत ने सहायता को कम बताया

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी भजनलाल सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि, ‘सवाई मानसिंह अस्पताल में गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने के कारण जान गंवाने वाले सचिन शर्मा के परिजनों से मुलाकात की। इस मामले में राज्य सरकार ने बेहद असंवेदनशील रवैया अपनाया है। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार की आजीविका कमाने वाले सचिन शर्मा की मृत्यु के 9 दिन बाद परिजनों को केवल 5 लाख रुपये की मामूली सहायता देना नाकाफी है। इस सहायता के लिए भी परिजनों को प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा।’

ये है पूरा मामला

उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी को एक सड़क हादसे में सचिन घायल हुआ था। 13 फरवरी को सचिन को कोटपुतली से जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर किया गया था। इसके बाद एसएमएस अस्पताल में स्टॉफ की लापरवाही से गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ाने से सचिन शर्मा के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इसके बाद 24 फरवरी को सचिन शर्मा की मौत हो गई थी। ऐसे में इस मामले में जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय सचिन शर्मा की मौत का कारण सड़क हादसा बता दिया है।

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