हाल ही में कुछ समय पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान के दौरान हनुमानजी को दलित बताकर एक बहुत बड़ी मुसीबत मोल ले ली थी। इसके बाद ना सिर्फ किसी एक ने बल्कि कई लोगों ने उनपर उगुंली उठाई। अब बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी उन पर उगुंली उठाना शुरू कर दिया है। राजस्थान के भरतपुर में कांग्रेस व भाजपा की जमकर आलोचना की। वहीं, दलित समाज को अपने हक के लिए एकजुट होने व कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीतियों का अनुसरण करने का संदेश भी दिया गया। उन्होंने भाजपा पर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते समय योगी आदित्यनाथ को भी आड़े हाथों ले लिया। हनुमानजी को दलित कहे जाने के मुद्दे पर उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए उन्होंने कहा कि वह देश के हर हनुमान मंदिर में दलित पुजारी रखवाएं।
शनिवार को नदबई के डहरा मोड़ रोड स्थित मण्डी परिसर में बसपा प्रत्याशी जोगेंद्र सिंह अवाना के समर्थन में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभा में आम जन को संबोधित किया। उन्होंने कांग्रेस व भाजपा दोनो पर एकदम सटीक शब्दों के साथ तीखें वार किए और दोनो को ही दलित विरोधी कहा। मायावती इस दौरान बड़ी संख्या में उमड़ी भीड़ से गदगद नजर आई और इसी के साथ उन्होंने बसपा को सर्वसमाज की पार्टी बताया। सिर्फ सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को ही उन्होेंने इस पार्टी का मूल उद्देश्य बताया। संबोधन के दौरान मायावती ने आदित्यनाथ के दलित शब्द को इस्तेमाल करने पर काफी हलबली भी बचा दी।
इस मुद्दे को यहीं ना खत्म करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रत्येक हनुमान मंदिर में दलित पुजारी रखने की भी खास मांग की। अभी तक उनके इस तरह भाषण और मांग के बाद कांग्रेस और भाजपा की तरफ से किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।