चौक टीम, जयपुर। राजस्थान की राजनीति में राजघरानों का विशेष स्थान रहा है लेकिन उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी का नाम उन लोगों में शुमार किया जाता है जिन्होंने राजघरानों से निकलकर राजनीति में लोगों का दिल जीता है और जननेता का तमगा पाया है। दीया कुमारी का उपमुख्यमंत्री के पद तक का सफर बेहद दिलचस्प और कड़ी मेहनत वाला है जिसमें दीया ने विधायक से लेकर महत्वपूर्ण पद की भूमिका निभाई है।
कैसे हुई प्रारंभिक शिक्षा?
जयपुर की राजकुमारी दीया कुमारी स्वर्गीय ब्रिगेडियर भवानी सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की बेटी हैं। उन्होंने 10 साल पहले राजनीति में कदम रखा और साल 2013 में सवाई माधोपुर से विधायक चुनी गई। दीया कुमारी की प्रारंभिक शिक्षा जयपुर के महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल और नई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से हुई। उन्होंने लंदन के चेल्सी स्कूल ऑफ आर्ट्स से पढ़ाई की है। अपने माता-पिता की इकलौती संतान होने के कारण वह अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी की देखरेख में पली बढ़ी हैं।
कैसे हुई दीया कुमारी की राजनीतिक पारी की शुरुआत?
दरअसल, दीया कुमारी और उनका परिवार शुरू से ही समाज सेवा से जुड़ा रहा है। दीया कुमारी ने समाजसेवा करने को लेकर राजनीति का रास्ता चुना जिसमें वे सफलता की सीढ़ियां लगातार चढ़ती आई हैं। उनकी ख्याति इस बात से समझा जा सकती है की जयपुर में विरासत होने के बावजूद जब पहली बार विधानसभा चुनाव में दीया कुमारी को सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने भेजा गया तो वहां भी जनता ने उन्हें स्वीकार किया। 2013 के विधानसभा चुनाव में दीया कुमारी ने सवाईमाधोपुर से चुनाव जीता जहां उन्होंने त्रिकोणीय संघर्ष में जीत हासिल कर 57384 मत प्राप्त किए।
विधानसभा के साथ – साथ लोकसभा में भी दीया ने जमाई पैंठ
विधानसभा के बाद दीया कुमारी के राजनीतिक सफर को विराम नहीं मिला बल्कि उन्होंने संसद में भी पैंठ जमाई। 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें राजसमंद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए भेजा गया जहां उन्होंने करीब 5 लाख वोटों से चुनाव जीता। राजसमंद भी दीया कुमारी के लिए नई जगह ही थी क्योंकि राजनीतिक रूप से उन्हें वहां कोई अनुभव प्राप्त नहीं था।
2023 विधानसभा चुनाव के बाद दीया कुमारी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
2023 का राजस्थान विधानसभा चुनाव दीया कुमारी के लिए असली चुनौती थी जहां उन्हें लोकसभा सांसद रहते हुए विधानसभा चुनाव में उतारा गया। दीया कुमारी को भाजपा ने विद्याधर नगर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा। चुनावी परिणामों ने सभी को भौचक्का कर दिया क्योंकि इस विधानसभा चुनाव में दीया कुमारी सबसे अधिक मार्जिन से जीतकर आई और भजनलाल सरकार में उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
भजनलाल सरकार में मिले सबसे पावरफुल मंत्रालय
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी को भजनलाल सरकार में मंत्रालय आवंटन में सबसे पावरफुल मंत्रालय दिए गए है। सबसे महत्वपूर्ण माना जाने वाला वित्त मंत्रालय दीया कुमारी के ही पास है। वहीं, इसके साथ उनके पास पर्यटन मंत्रालय, कला, साहित्य, पीडब्ल्यूडी मंत्रालय, संस्कृति और पुरातत्व मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और बाल अधिकारिता मंत्रालय सौंपा गया है।