चौक टीम, जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पैर में फ्रैक्चर हैं। अभी वह व्हीलचेयर पर हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की तरह ही सीएम गहलोत भी अभी व्हीलचेयर पर हैं। ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनावों में व्हीलचेयर पर रहते हुए प्रचार किया था। चुनावों में ममता बनर्जी को सहानुभूति भी मिली थी। सीएम गहलोत भी व्हीलचेयर पर ही सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों से रूबरू हो रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित हुए लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम में सीएम गहलोत व्हीलचेयर पर कार्यक्रम में पहुंचे और उनसे संवाद किया।
सीएम गहलोत ने इस दौरान एक शायरी पढ़ी और कहा कि कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं चाहे किसी पद पर रहूं या नहीं रहूं। मैं सदैव आपकी सेवा में तत्पर रहूंगा। यही शायरी उन्होंने विधानसभा में बजट पेश करते हुए पढ़ी थी। उसको वापस दोहराते हुए कहा कि ज्यादा लंबी चौड़ी बात कहने की जरूरत नहीं है। जो बात मैंने पहले कही थी उस पर मैं आज भी कायम हूं।
‘ना पूछो मेरी मंजिल कहां है, अभी तो सफर का इरादा किया है
ना हारूंगा हौसला उम्र भर, ये मैंने किसी ओर से नहीं खुद से वादा किया है‘
ये सीएम आवास आपका दिया हुआ
सीएम गहलोत ने कहा मैंने बजट में भी कहा था, वापस वही बात कह रहा हूं। मेरे दोनों पैरों में एक साथ लग गई। ऐसा कभी होता नहीं है। जब दोनों पैरों के अंगूठे एक साथ फ्रैक्चर हो जाए। मैं सोचता हूं कि भगवान ने जानबूझकर किया होगा। क्योंकि में पिछले दो महीने से लगातार दौरे कर रहा था। उन्होंने सोचा होगा कुछ दिन ये आराम करलें तो ठीक रहेगा। पहले मैंने वीसी से जुड़ने का प्लान किया था, फिर दोस्तों ने सलाह दी कि बच्चों का प्रोग्राम है आपको बाहर आना ही पड़ेगा। मुझे खुशी है कि मैं बाहर आया, आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। यह मुख्यमंत्री निवास आप सबका दिया हुआ है, मैं मुख्यमंत्री निवास पर आप सब का हार्दिक स्वागत भी करता हूं।
मैं सेवा के काम करने में कहीं रूकने वाला नहीं हूं- CM
सीएम गहलोत ने कहा कि 23 फरवरी को मैंने बजट पेश किया था तब मैंने आपसे एक वादा किया था। मुझे तीन बार कोविड हो गया। कोविड के कारण थकावट भी आती है। पोस्ट कोविड में बड़ी प्रोब्लम आती है। किसी को हार्ट की, किसी को किडनी की, किसी को आंखों की। हार्ट की बीमारी में कई बार लोग मर जाते हैं। कई बार समझ नहीं पाते हैं कि मरा क्यों है। गहलोत ने कहा कि मेरे खुद के छल्ला लग गया। स्टंट लगा है। गांव में लोग कहते हैं कि मेरे एक बार छल्ला लग गया, दो बार छल्ला लग गया। एक बार निमोनिया भी हो गया। फ्रैक्चर हो ही गया है। पर मैं आपकी सेवा के काम करने में कहीं रूकने वाला नहीं हूं।