जयपुर। विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के सवाल का जवाब देते हुए पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि लम्पी वायरस से बचाव के लिए राज्य सरकार की ओर से जिलों में एक करोड़ 6 लाख 46 हजार गौवंश का टीकाकरण किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में लंपी नहीं फैला था, वहां बड़ी संख्या में टीकाकरण कर गौवंश को इस बीमारी से बचाने के सार्थक प्रयास किये गए। टीकाकरण के फलस्वरूप उन जिलों में बीमारी का प्रभाव भी कम रहा।
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायकों ने लंपी वायरस को लेकर खर्च की गई राशि की जानकारी मांगी। जिस पर मंत्री कटारिया ने कहा कि काकरण में केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से 60 और 40 के अनुपात में राशि खर्च की जाती है। विधानभा के सदस्य़ों की ओर से टीकाकरण के लिए करीब 13 करोड़ 52 लाख रुपये विधायक कोष से दिये गए, वहीं सांसदों की ओर से 80 लाख रुपये दिये गये।
इससे पहले पशुपालन मंत्री ने विधायक राजेन्द्र राठौड़ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि प्रदेश में लम्पी स्किन रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु गौवंशीय पशुओं में भारत सरकार के दिशा-निर्देशानुसार गोट-पॉक्स वैक्सीन से माह दिसम्बर, 2022 तक कुल 106.46 लाख चिन्हित गौवंशीय पशुओं में टीकाकरण किया गया है। उन्होंने प्रदेश में लम्पी स्किन रोग से संक्रमित एवं मृत गौवंश पशुओं का जिलेवार संख्यात्मक विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन पशुपालक के गौवंशीय पशु लम्पी स्किन रोग से मृत हुये हैं, उन्हें पशु क्रय हेतु आसान दरों पर ऋण दिया जाना वर्तमान में विचाराधीन नहीं है।