जयपुर। विधानसभा सदन की शुरूआत ही हंगामें के साथ हुई। राज्यपाल ने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना शुरू किया। विपक्ष ने पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद आरएलपी विधायकों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। सदन के बाद सीएम गहलोत मीडिया से रूबरू हु़ए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्यपाल के अभिभाषण को नहीं होने दिया। जो सदन का अपमान है।
सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा ने सदन में नाटक और शोर शराबा किया। में इनको कंडेम करता हूं। उन्होंने कहा कि सरकार के अच्छे कामों से भाजपा की हवा निकल जाती है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल जो अभिभाषण पढ़ते हैं वो एक परंपरा है। सरकार साल भर जो काम करती है उसे वह पढ़कर सुनाते हैं। भाजपा वालों में हिम्मत नहीं थी कि वह बैठकर राज्यपाल का भाषण सुन सकें। इसलिए यह नाटक किया गया।
पेपर लीक की चिंता विपक्ष से ज्यादा हमें
सीएम गहलोत ने कहा कि पेपर लीक की चिंता विपक्ष से ज्यादा हमें है। अगर हम लोग युवाओं को नौकरी नहीं लगाते तो अलग बात है। हम युवाओं को इतनी नौकरियां दे रही है, जितनी हिंदुस्तान के किसी राज्य ने नहीं दी। वो यह बात जानते हैं कि राजस्थान में अच्छी नौकरियां लग रही है। इससे घबराकर भाजपा सदन में ध्यान डायवर्ट करने का काम कर रही है।
पेपरलीक के बहाने ध्यान भटकाना चाहते
गहलोत ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ जनता तक नहीं पहुंचे इसलिए भाजपा ध्यान भटकाने में लगी हुई है। हमारी सरकार ने जनता के हित में अनेक फैसले लिए जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। हमने पेपरलीक के गुनहगारों को जेल भेज दिया। नौकरी से बर्खास्त कर दिया। जिन छात्रों ने बदमाशी की उन्हें एग्जाम से डिबार कर दिया। इसलिए भाजपा के पास कहने को कुछ नहीं है।
क्या सरकार की उपलब्धियों के लिए अभिभाषण
सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर कहा कि क्या सरकार की उपलब्धियों के लिए राज्यपाल का अभिभाषण होता है। हमें उन बच्चों के भविष्य की भी चिंता करनी होगी। कटारिया ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक के कारण 50 लाख बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।