चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में गुरुवार को सरकार की तरफ से धड़ाधड़ तबादला सूचियां जारी हुईं। स्टेट की सबसे बड़ी सर्विस आरएएस की भी जंबो सूची जारी की गई। इसमें 396 अफसरों को इधर-उधर किया गया। वहीं, भारतीय वन सेवा के पांच अफसर व सहकारिता में भी निरीक्षक स्तर के 55 अफसरों की बदली कर दी गई। वित्त विभाग के अंतर्गत आने वाले आबकारी महकमे में तबादले किए गए। इसी कड़ी में उदयपुर पुलिस महकमे में एक अनूठा ट्रांसफर देखने को मिला है। यहां पर सीआईडी के फीमेल डॉग मैरी को शानदार विदाई दी गई है। बाकायदा इसके लिए ट्रांसफर का आदेश निकाला गया है।
तिलक और फूल मालाएं पहनाकर दी गई विदाई
दरअसल, सीआईडी विभाग में तैनात स्निपर फीमेल डॉग मैरी का उदयपुर से ट्रांसफर कर दिया गया। बाकायदा इसके लिए ट्रांसफर का आदेश निकाला गया और अब मैरी को भरतपुर में अपनी सेवाएं देनी होंगी। पुलिस के अनुसार, फीमेल डॉग मैरी पिछले 8 साल से वह उदयपुर में ही तैनात थी। मैरी के साथ उसके हैंडलर राहुल सिंह को भी भरतपुर सीआईडी जोन में भेजा गया है। दोनों गुरुवार की शाम छह बजे मेवाड़ एक्सप्रेस से भरतपुर के लिए रवाना हुए। दोनों को फूल मालाएं पहनाई गई और फिर ट्रेन से भरतपुर के लिए रवाना कर दिया।
पुलिसकर्मी की तरह देगी ड्यूटी
टीम के प्रभारी भगवती लाला ने बताया कि मेरी डॉग का ट्रांसफर भरतपुर जिले में किया गया है। अब मेरी भरतपुर सीआईडी में तैनात रहेगी। मेरी एक पुलिसकर्मी की तरह जैसे यहां ड्यूटी दी वैसे ही वहां भी देगी। उदयपुर में आठ साल तक मेरी ने विभाग में काम किया।
बता दें यह स्निपर मेरी डॉग उदयपुर जिले में सीआईडी के डॉग स्क्वॉड का हिस्सा है और सीनियर डॉग है। किसी भी क्राइम स्पॉट पर जांच के लिए मेरी डॉग को ले जाया जाता है। इसके एक्सपर्टीज की बात करें तो मेरी एक्सप्लोसिव मामले में एक्सपर्ट है। क्राइम स्पॉट पर कई मामलों में हुए खुलासे में मेरी ने अहम भूमिका निभाई है।
पंचकुला से ली थी ट्रेनिंग
डॉग स्क्वायड टीम से एक मैसेज जारी किया गया। इस मैसेज के जरिए बताया कि श्वान मैरी का जन्म एक जनवरी 2016 को हुआ था। मैरी द केनल क्लब ऑफ इंडियन द्वारा पंजीकृत श्वान है। मैरी नस्ल की डॉग है और मेरी बहुत प्रतिभाशाली है। इसने प्रशिक्षण केन्द्र पंचकुला हरियाणा आईटीबीपी से प्रशिक्षण प्राप्त कर बैच-2016 में एक्सप्लोसिव श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
मैरी की प्रथम पोस्टिंग उदयपुर में ही हुई थी। अब आठ साल बाद मेरी का पहली बार भरतपुर जोन में ट्रांसफर हुआ है। अब हम सब की यही कामना है कि मेरी स्वस्थ रहते हुए अपनी ड्युटियों को बेहतर ढ़ंग अंजाम देती रहे। अब उदयपुर डॉग स्क्वॉड में तीन डॉग है, जिसमें से दो एक्सप्लोसिव और एक क्राइम के हैं।