चौक टीम, जयपुर। केंद्रीय मंत्री रवनीश सिंह बिट्टू ने राज्यसभा की राजस्थान से एकमात्र सीट के लिए अपना नामांकन पर्चा जमा कर दिया। वे कल ही जयपुर पहुंच गए थे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की थी। आज विधानसभा में रिटर्निग अधिकारी के पास में पहुंचे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की मौजूदगी में अपने नामांकन पर्चे जमा कर दिए।
दरअसल, राज्यसभा की राजस्थान से यह सीट कांग्रेस के संगठन महासचिव के केसी वेणुगोपाल की इस्तीफे के कारण खाली हुई है। जिसके लिए बीजेपी ने रवनीत सिंह बिट्टू को अपना प्रत्याशी बनाया है। बिट्टू पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते भी हैं। हालांकि वे लोकसभा चुनाव हार गए थे। बावजूद जिसने पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया। कांग्रेस ने इस एक सीट पर संख्या बल नहीं होने के चलते अपने प्रत्याशी को नहीं उतारने का पहले ही ऐलान कर दिया है।
कौन हैं रवनीत सिंह बिट्टू?
आपको बता दें पंजाब यूथ कांग्रेस से सफर शुरू करने वाले रवनीत बिट्टू लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत बेअंत सिंह के पोते और पूर्व मंत्री तेज प्रकाश सिंह के बेटे हैं। वहीं रवनीत बिट्टू तीन बार सांसद रह चुके हैं। रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के दिवंगत मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। रवनीत सिंह बिट्टू पहले 2009 में आनंदपुर साहिब से और फिर 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लुधियाना से लोकसभा सांसद चुने गए थे। वह लुधियाना जिले के पायल विधानसभा क्षेत्र के कोटला अफगाना गांव के मूल निवासी हैं।
लुधियाना से कांग्रेस के सामने मिली हार
भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें लुधियाना से टिकट दिया, लेकिन उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भाजपा ने मोदी 3.0 में पंजाब से किसी और को न चुनकर रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है। जिसके बाद उनका राज्यसभा में जाकर सांसद के तौर पर शपथ लेना बेहद जरूरी है।