पंचायती राज विभाग की ओर से 5 हजार 396 पदों पर आयोजित की गई ग्राम विकास अधिकारी भर्ती को दो साल बाद भी पूरा होने का इंतजार है. 25 नवम्बर को ग्राम विकास अधिकारी का दस्तावेज सत्यापन के बाद अंतिम परिणाम भी जारी हो चुका है. लेकिन इसके बाद भी अभी तक जिला आवंटन नहीं होने से बेरोजगारों में आक्रोश है. मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रदेशभर से एकत्रित हुए बेरोजगार राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में मंत्री रमेश मीणा के आवास पहुंचे. जहां बेरोजगारों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे चयनित अभ्यर्थियों से मंत्री रमेश मीणा ने मुलाकात कर एक महीने में नियुक्ति देने का आश्वासन दिया.
अभ्यर्थियों के प्रदर्शन से नाराज दिखे मंत्री, दे दी दो टूक चेतावनी
जिला आवंटन और नियुक्ति की मांग को लेकर जब चयनित अभ्यर्थी मंत्री रमेश मीणा के आवास पहुंचे तो मंत्री ने बेरोजगारों से मुलाकात करते हुए 1 महीने में जिला आवंटन और नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने का आश्वासन दिया. साथ ही अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन करने पर मंत्री नाराज भी नजर आए. मंत्री रमेश मीणा ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को चेतावनी देते हुए कहा की नेतागिरी करने की जरुरत नहीं है. नेतागिरी करने से काम लम्बा हो जाएगा. उपेन यादव से पिछले दिनों मुलाकात हुई थी उस समय बता दिया था जल्द ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. उसके बाद प्रदर्शन करने की क्या आवश्यकता है. अगर कोई मांग है तो उपेन यादव को साथ लाने की जरुरत नहीं है. सीधे आप मुझसे मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि बाद में रमेश मीणा ने अपनी बात को साधते हुए कहा की उपेन यादव हमारे छोटे भाई है.
कैसे चली भर्ती प्रक्रिया
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 5 हजार 396 पदों पर ग्राम विकास अधिकारी की मुख्य परीक्षा का आयोजन 9 जुलाई 2022 को किया गया. मुख्य परीक्षा में करीब 1 लाख 75 हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों ने भाग लिया. ग्राम विकास अधिकारी भर्ती की मुख्य परीक्षा में सफल 2 गुना अभ्यर्थियों का परिणाम 29 जुलाई को जारी किया गया. जिसके तहत सफल अभ्यर्थी को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए 6 अगस्त से 23 अगस्त के बीच बुलाया गया. दस्तावेज सत्यापन के बाद बोर्ड की ओर से 25 नवम्बर को अंतिम परिणाम जारी किया गया.