चौक टीम, जयपुर। राजस्थान विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने शुक्रवार को भारत सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव और कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एमएस. स्वामीनाथन को (मरणोपरांत) ‘भारत रत्न’ देने के निर्णय पर ट्वीट (अब X) कर कहा कि देश की इन तीनों महान विभूतियों को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का यह निर्णय अत्यंत अभिनंदनीय है। इस अनुकरणीय निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का हृदय से आभार।
चरणसिंह किसानों और गरीबों के मसीहा- राठौड़
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि देश में कुछ-ही राजनेता ऐसे हुए हैं जिन्होंने लोगों के बीच रहकर सरलता से कार्य करते हुए लोकप्रियता हासिल की हो, किसानों और गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह ऐसी ही एक शख्सियत थे। उन्होंने अत्यंत साधारण जीवन व्यतीत करते हुए गांवों, अन्नदाता किसानों, शोषितों एवं वंचितों के उत्थान के लिए अपना सम्पूर्ण आजीवन समर्पित कर दिया था।
‘राव का भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण योगदान’
राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि भारतीय राजनीति के चाणक्य और आर्थिक उदारीकरण के जनक कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने अपने कई ऐतिहासिक निर्णयों के जरिए भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का कार्य किया है। उनके द्वारा भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोलने का निर्णय मील का पत्थर साबित हुआ है। साथ ही भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में भी उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
स्वामीनाथन की भारत को आत्मनिर्भरता बनाने महत्वपूर्ण भूमिका
राठौड़ ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भरता बनाने एवं भारतीय कृषि को आधुनिक रूप प्रदान करने की दिशा में देश की हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अपनी दूरदर्शिता के माध्यम से उन्होंने भारत के कृषि क्षेत्रों में कई अनुकरणीय बदलाव किए। इन बदलाव और निर्णयों के कारण ही आज देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि की सुनिश्चितता का सपना साकार हुआ है।