तीन दिवसीय बिट्स-पिलानी एलुमनी ग्लोबल मीट 2023 का शुभारंभ

जयपुर। बिरला इंटरनेशनल और बिटसा जयपुर चैप्टर की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित बिट्स-पिलानी एलुमनी ग्लोबल मीट 2023 (बीजीएम) के 5वें संस्करण का आगाज शुक्रवार को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में हुआ। बीजीएम के चेयरमैन कैलाश गुप्ता ने मीट की वेलकम स्पीच मे बिट्स-पिलानी एलुमनी ग्लोबल मीट के बारे में विस्तार से बताया और सभी गेस्ट्स व एलुमिनाई डेलीगेट्स को शामिल होने पर स्वागत और धन्यवाद किया।

8 जनवरी तक चलने वाली इस ग्लोबल मीट के इनॉगरेशन सत्र में बिट्स पिलानी के पूर्व एलुमिनाई पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस सहित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च प्रोफेसर एमेरिटस, डॉ. जी. रवींद्र कुमार, आलोक जैन, बिट्स पिलानी, वाइस चांसलर, सोविक भट्टाचार्य और एलुमिनाई हर्ष भार्गव और चीफ एडिटर, राजस्थान पत्रिका, डॉ. गुलाब कोठारी शामिल हुए।

बिट्स से पीएचडी कर चुके पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने मीट को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं बिट्स पिलानी का हिस्सा रहा हूं और बिट्स देश को पांच राज्यपाल दे चुका है। बिट्स से निकले पूर्व छात्र साइंस और टेक्नोलॉजी के साथ ही इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी में देश और विदेश में नए नए मानक स्थापित कर रहे है। बिट्स ने अपने शैक्षणिक मानकों से कभी समझौता नहीं किया, संस्थान से निकले सभी बिट्सयन इस बात के जीते जागते सबूत हैं जो अपनी कामयाबी से संस्थान ही नहीं देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं। पत्रिका समूह के डॉ गुलाब कोठारी ने ’एनविजनिंग इंडिया 2047’ सत्र मे अपने विचार व्यक्त करते हुए साइंस और टेक्नोलॉजी को विकास का प्रमुख मार्ग बताया लेकिन साथ ही उन्होंने प्रकृति से दूर होने पर होने वाले गंभीर नुकसान पर भी रोशनी डाली। डॉ कोठारी ने कहा कि हम साइंस एंड टेक्नोलॉजी अपना रहे हैं लेकिन अपनी जड़ों से दूर हो रहे है। सफलता का मार्ग हमारी जड़ और प्रकृति से ही गुजर रहा है। हम कामयाब तो हैं लेकिन समाज को क्या दे रहे हैं, इस पर विचार करना जरूरी है। हम बीज बनकर जमीन में गढ़ेंगे तभी पेड़ बनकर समाज को छाया दें पाएगे।

सीईओ, बीजीएम 2023, आलोक जैन ने बताया कि इनके अलावा हुए सत्रों में ’व्हाइट टाइगर्स ऑफ पिलानी’ में अचीव करने वाले बिट्सियंस ने अपनी सक्सेस स्टोरीज साझा की। जिन्होंने वास्तव में देश और विदेश में बड़े अचीवमेंट हासिल किए हैं और एक यूनिकॉर्न बन गए हैं। वही जय विज्ञान, जय अनुसंधान’ सत्र में फ्रंटियर्स ऑफ़ नॉलेज व भविष्य को आकार देने के लिए डिसरप्टिव टेक्नोलॉजीस, साइंटिफिक ब्रेकथ्रू और इनोवेशन फॉर नेट जीरो को ध्यान में रखते हुए चर्चा भी हुई।प्रतिभाशाली बिट्सियंस द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रृंखला में मंत्रमुग्ध कर देने वाली रंगारंग प्रस्तुति दी गई। एक रंगारंग शाम में बीस से ज्यादा बिट्सियंस सिंगर्स ने शानदार प्रस्तुति देकर समा बांध दिया, अजमेर के बैंड की धुनों पर बॉलीवुड सॉन्ग्स सुनकर कार्यक्रम में मौजूद बिट्स एलुमिनाई झूम उठे।

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