बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से हर साल प्रदेश की होनहार बालिकाओं के दिए जाने वाले गार्गी व बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए लगता है कि इस साल छात्राओं में रुचि कम दिखाई दे रही है. बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से बार बार आवेदन तिथि बढ़ाने के बाद भी अभी तक 50 फीसदी तक भी आवेदन प्राप्त नहीं हुए हैं. जिसके चलते इस साल बालिकाओं को गार्गी और बालिका पुरस्कार देने के लाले पड़ रहे हैं.
करीब ढ़ाई लाख बालिकाओं को दिया जाता पुरस्कार
बालिका शिक्षा फाउंडेशन की ओर से हर साल गार्गी व बालिका पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता है. जिसमें होनहार बालिकाओं को सम्मानित किया जाता है. हर साल 2 लाख 52 हजार 412 छात्राओं को गार्गी व बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जाता है.
बालिकाएं नहीं दिखा रही इस साल रुचि
करीब ढ़ाई लाख बालिकाओं को हर साल दिए जाने वाले इस पुरस्कार की अगर बात की जाए तो इस साल छात्राएं पुरस्कार के लिए रुचि नहीं दिखा रही है. बार-बार तिथि बढ़ाने के बाद भी अब तक 50 फीसदी आवेदन भी प्राप्त नहीं हुए हैं. छात्राएं इस बार पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन में रुचि नहीं दिखा रही हैं.
नवम्बर महीने में ऑनलाइन आवेदन किया गया था शुरू
गार्गी और बालिका पुरस्कार के लिए नवम्बर 2022 में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. जिसकी अंतिम तिथि बढ़ाते बढ़ाते 31 दिसम्बर तक किया गया था. लेकिन पर्याप्त आवेदन प्राप्त नहीं होने के बाद आवेदन की तिथि 20 दिन और बढ़ाते हुए आवेदन की अंतिम तिथि 20 जनवरी की गई थी. लेकिन 20 जनवरी तक भी 50 फीसदी से ज्यादा बालिकाओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है.
3 और 5 हजार रुपये की दी जाती है पुरस्कार राशि
गार्गी और बालिका पुरस्कार की अगर बात की जाए तो 10वीं में 75 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाली छात्राओं को 3 हजार रुपये की राशि और 12वीं कक्षा में 75 फीसदी से अधिक अंक लाने वाली छात्राओं को 5 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाती है.