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शिक्षकों के तबादलों की मांग होने लगी तेज. 14 जनवरी को AICC घेराव की चेतावनी

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पिछले 4 सालों से तबादलों की आस देख रहे करीब 1 लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षकों के सब्र का बांध अब टूटता हुआ नजर आ रहा है. 4 सालों से जहां तबादलों की मांग को लेकर तृतीय श्रेणी शिक्षक मांग करते हुए नजर आ रहे हैं. तो वहीं पिछले करीब एक महीने से जयपुर से लेकर दिल्ली तक की सड़कों पर इन शिक्षकों का आंदोलन देखने को मिला है. लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं होने के चलते अब शिक्षकों ने 14 जनवरी को एआईसीसी घेराव की चेतावनी दे डाली है. तो वहीं 18 फरवरी से शिक्षा बचाओ यात्रा निकालने की भी घोषणा कर दी गई है.

डेढ़ साल पहले हुए थे करीब 85 हजार आवेदन, आज तक सूची नहीं हुई जारी

साल 2018 में जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी. उससे पहले भाजपा सरकार की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षकों को तबादलों की सौगात दी गई थी. लेकिन सरकार बदलने के बाद 4 सालों से तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादलों का इंतजार कर रहे हैं. लम्बे समय से चली आ रही मांग के बाद सरकार की ओर से 8 अगस्त से 25 अगस्त 2021 तक तबादलों के लिए आवेदन लिए थे. लेकिन इस आवेदन प्रक्रिया को भी करीब डेढ़ साल का समय बीत चुका है. लेकिन आज तक तबादला सूची जारी नहीं हो पाई है.

तबादलों के लिए दर्जनों बार हो चुके आवेदन. अब सभी संगठन एक मंच पर

तबादलों की मांग को लेकर राजस्थान में पिछले 4 सालों से जहां मांग देखी जा रही है. तो वहीं तबादलों के लिए राजस्थान के हर हिस्से में इस दौरान आंदोलन भी देखने को मिले. लेकिन तबादलों की राहत नहीं मिलने के बाद नवम्बर 2022 में सभी संगठन एक मंच पर आते हुए संयुक्त शिक्षक मोर्चा के बैनर तले आंदोलन का फैसला लिया. जिसके बाद दिसम्बर में राजधानी जयपुर में एक बड़ा आंदोलन भी किया गया है.

अब आर-पार की लड़ाई की दी चेतावनी

संयुक्त शिक्षक मोर्चा की ओर से दिसम्बर में जहां बड़ा आंदोलन करते हुए तबादलों की मांग तेज की तो वहीं अब तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने आर-पार की लड़ाई की चेतावनी दे दी है, संयुक्त शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हरपाल दादरवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि “तबादलों के लिए हर संभव प्रयास किया जा चुका है. मुख्यमंत्री से लेकर हर मंत्री और अधिकारी को गुहार लगाई जा चुकी है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शिक्षक गुहार लगा चुके हैं. अब शिक्षकों के पास अंतिम रास्ता बचा है और वो है आर-पार की लडाई का. 14 जनवरी को जहां प्रदेशभर से बड़ी संख्या में तृतीय श्रेणी शिक्षक दिल्ली पहुंचकर एआईसीसी का घेराव करेंगे तो वहीं 18 फरवरी से पूरे प्रदेश में शिक्षा बचाओ यात्रा निकाली जाएगी”

हरपाल दादरवाल, अध्यक्ष संयुक्त शिक्षक मोर्चा

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