जैसे जैसे राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे अब प्रदेश के करीब ढाई लाख शिक्षक शिक्षक तबादलों की मांग को लेकर आंदोलन की राह पर उतरते हुए नजर आ रहे हैं, तबादलों की मांग को लेकर राजस्थान भर में बुधवार 3 मई से आंदोलन की शुरुआत हो गई है. 3 मई से 9 मई तक जहां शिक्षकों द्वारा हर जिला स्तर पर सद्बुद्धि यज्ञ कर सरकार से गुहार लगाई जाएगी. वहीं 10 मई से 14 मई तक सभी जिलों में जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, इसके बाद भी अगर तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले नहीं होते हैं तो 17 मई को तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने जयपुर कूच की चेतावनी दी है
अगस्त 2021 में लिए थे तबादला आवेदन
आपको बता हैं की पिछले 5 सालों से शिक्षा विभाग में हर वर्ग में शिक्षकों को तबादलों की सौगात दी गई है. लेकिन तृतीय श्रेणी शिक्षक आज भी तबादलों का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि सरकार की ओर से अगस्त 2021 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादला आवेदन लिए गए थे. लेकिन ये आवेदन आज भी धूल फांक रहे हैं.
अभी तक फाइल को नहीं मिली है मंजूरी
सरकार की ओर से तबादला नीति लागू होने के बाद ही तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की बात कही जा रही है. जबकि अब तक मुख्य सचिव से भी तबादला नीति को फाइल की मंजूरी नहीं मिलने की मिलने की सूचना है. जिसके बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है.
17 मई को जयपुर में महा आंदोलन की चेतावनी
17 मई को प्रदेशभर के शिक्षकों ने जयपुर कूच की चेतावनी दी है. साथ ही शिक्षकों ने चेतावनी दी है की इस बार जयपुर में एक बड़ा आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा और जब तक सरकार की ओर से तबादलों को लेकर कोई फैसला नहीं लिया जाता है तब तक जयपुर में आंदोलन किया जाएगा
बिना तबादला नीति के तबादले करने की मांग
तबादलों की मांग कर रहे शिक्षकों का कहना है की सरकार की ओर से तबादला नीति की बात कहकर शिक्षकों को सिर्फ आश्वासन दिया जा राह है. इसलिए अब जल्द से जल्द बिना किसी तबादला नीति के तबादले तो किए जाएं ही साथ ही डार्क जोन में लगे शिक्षकों को भी तबादलों की सौगात दी जाए. अगल 17 मई तक तबादलों को लेकर सरकार फैसला नहीं लेती है तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन किया जाएगा