हाल ही में हुए राजस्थान के मंत्रिमंडल में दिग्गज को ना शामिल करने पर काफी बड़ा बवाल हो गया। इस दौरान इन वरीष्ट मंत्रियों के सहयोगीयों ने काफी बड़ा बवाल कर दिया है। दरअसल आपको बता दे कि मंत्रिमंडल में कई दिग्गज मंत्रियों को शामिल नहीं किया गया। विधायकों को नजरअंदाज किये जाने को लेकर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अब बड़ा बयान दिया है। पायलट ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पहले मंत्रिमंडल विस्तार में सभी वरिष्ठ विधायकों को मौका दिया जाना संभव नहीं था, कुछ ही दिन में बाकी के वरिष्ठ विधायकों को भी बड़ी जिम्मेदारियाँ दी जाएंगी।
आपको बता दें कि मंत्रिमंडल में डॉ सीपी जोशी, हेमाराम चौधरी , महेन्द्रजीत सिंह मालवीय और परसराम मोरदिया जैसे कई दिग्गज नेताओं को शामिल नहीं किया गया है। इसपर उनके समर्थकों में भारी नाराजगी व्यक्त की है। गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी को मंत्री नहीं बनाए जाने पर उनके समर्थकों ने तो जयपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से काफी नाराजगी जताई। समर्थकों ने तो ये तक कह दिया कि अगर उन्हें मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया गया तो वो पार्टी से इस्तीफा दे देगें।
पायलट ने कहा संभवतः बहुत जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। अभी तो उन मंत्रियों को पोर्टफोलियो देगी जिन्होंने कैबिनेट और राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के हर उन नेताओं का ध्यान रखा जाएगा जिन्होंने विपक्ष में रहते हुए त्याग, निष्ठा और समर्पण के साथ काम किया था। उन्होंने इसके साथ यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी कई नियुक्तियां होनी बाकी हैं जिसमें वरिष्ठता और अनुभव का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
नई सरकार के आते ही कई तरह की परेशानियां अब उनके सामने आ रहीं है। इन परिस्थियों को गंभीरता से लेते हुए सरकार भी इन पर पूरा काम कर रहीं है।