चौक टीम, जयपुर। शनिवार को राजस्थान विधानसभा की तस्वीर बदली नजर आई। जिस सदन में चुने हुए जनप्रतिनिधि बैठा करते हैं, वहां स्कूली बच्चे बैठे नजर आए। आसान पर सभापति भी मौजूद थे। एक-एक कर स्कूली बच्चों ने कोचिंग से लेकर करप्शन तक के मुद्दे पर बेबाकी से सवाल पूछे। दरअसल, शनिवार को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में युवा संसद समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर स्कूली छात्रों ने जनप्रतिनिधियों की भूमिका निभाते हुए सदन में सवाल पूछे। किसी ने कोटा कोचिंग को लेकर सवाल किया तो कोई करप्शन के मुद्दे पर बेबाकी से अपनी बात रखता नजर आया।
एकलव्य का अंगूठा तो आज भी कट रहा है- दिवा शर्मा
छात्रा दिवा शर्मा ने लचर सिस्टम पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा- किसी अर्जुन को श्रेष्ठ साबित करने के लिए हर युग में एकलव्य का अंगूठा कटाया गया। अंगूठे तो आज भी कट रहे हैं, लेकिन अब द्रोणाचार्यों ने दुर्बलता को कानून बना दिया है। पेपर लीक, संगठनात्मक भ्रष्टाचार आज के द्रोणाचार्य हैं। 2019 से 2024 के बीच 36 हजार बच्चों ने सुसाइड किया। कोचिंग सुसाइड के पीछे प्रेशर है। नीट की 50 हजार सीटों के लिए 25 लाख स्टूडेंट के बीच प्रतिस्पर्धा होती है। जेईई में सीटें बढ़नी चाहिए। जब तक सीटें नहीं बढ़ती है, हालात ये ही रहेंगे।
दिवा ने कहा- कोचिंग संस्थान युवा पीढ़ी को लूट रहे हैं। एजुकेशन सिस्टम पर हम अपनी जीडीपी का बहुत कम खर्च कर रहे हैं। कोठारी कमीशन की सिफारिश के अनुसार जीडीपी का छह प्रतिशत खर्च शिक्षा पर होना चाहिए। लेकिन हम 2.5 प्रतिशत ही खर्च कर रहे हैं। शिक्षा पर खर्च बढ़े और मेडिकल, आईआईटी की सीटें बढ़नी चाहिए।
स्पीकर देवनानी ने भी किया संबोधित
राजस्थान विधानसभा में शनिवार को राष्ट्र मण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में आयोजित युवा संसद समारोह को स्पीकर देवनानी संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही न्याय सभा तथा राज सभा के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्थाये रही है। भारत के जन जन के मन में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और व्यवस्थाओं के प्रति गहरी आस्था है। उन्होंने युवा संसद में उपस्थित युवाओं का आहवान किया कि इस संसदीय व्यवस्था में भागीदार बनकर इस महान लोकतंत्र में एक नयी ऊर्जा का संचार करें।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि भारत विश्व का सबसे बड़ा एवं सफल लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को महान बनाने में यहाँ की समृद्ध संवैधानिक परम्पराए, नियम और प्रक्रियाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भविष्य में इस महान लोकतंत्र को इसी प्रकार जीवित रखने में देश के युवाओं का अहम योगदान होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वर्तमान में कई बार असंसदीय घटनाओं के कारण मन व्यथित होता है। असहनशीलता इसका प्रमुख कारण है। उन्होंने युवाओं को कहा कि सहनशील और शिक्षित बनकर वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से राष्ट्र निर्माण के लिए हमेशा कार्य करते रहे।
युवाओं को संविधान में अपनी गहरी आस्था रखनी चाहिए- देवनानी
वासुदेव देवनानी ने कहा कि संविधान के आधार पर ही देश में विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका कार्य करती है इसलिए देश के युवाओं को संविधान में अपनी गहरी आस्था रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के युवा जातिवाद, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर नेशन फर्स्ट की भावना के साथ कार्य करें। राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत की दिशा में काम करें।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि हमेशा दीन-दुखी, पिछड़े और गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करें और समाज में अंधकार और अशिक्षा को दूर करने में अपने तन-मन-धन से हर संभव सहयोग करें। उन्होंने स्वयं के शिक्षक रहते हुए अपने अनुभव साझा करते हुए सदन में उपस्थित विद्यार्थियों को कहा कि मन में जिज्ञासा और गुणात्मक कार्यों में हमेशा अपनी रूचि बनाये रखे।
टीकाराम जूली ने भी छात्रों के सामने रखी अपनी बात
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि प्रदेश के विकास, कानूनों की क्रियान्विति आदि का निर्धारण विधानसभा से ही होता है। इस पवित्र सदन में आना बहुत सौभाग्य की बात है। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को कहा कि सदन में बैठकर यहाँ की कार्यप्रणाली को बारीकी से समझकर एक जागरूक नागरिक बने। उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया के सीमित उपयोग और फेक न्यूज़ के प्रति जागरूक रहने को कहा।
विधायक और राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के सचिव संदीप शर्मा ने समारोह में स्वागत और आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि संघ द्वारा आयोजित किये जा रहे युवा संसद कार्यक्रमों से युवाओं को लोकतंत्र की स्वस्थ परम्पराओं, दूसरे के विचारों का सम्मान और विधायिका के कामकाज को बारीकी से समझने का अवसर प्राप्त हो रहा है। कार्यक्रम में विधान सभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा, विशिष्ट सचिव भारत भूषण शर्मा सहित विधानसभा के अधिकारी व कर्मचारीगण तथा एस.एम.एस विद्यालय के अध्यापकगण मौजूद थे।
इस कार्यक्रम में 41 विद्यालयों के 181 विद्यार्थियों द्वारा विधायक के रूप में सदन में बैठकर जनहित के प्रश्न पूछे गए एवं उनके द्वारा ही स्पीकर, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष व मंत्री की भूमिका निभाई गयी। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में 20 जयपुर के और 21 राज्य के अन्य जिलों व राज्यों के विद्यालयों ने कार्यक्रम में भाग लिया।