पहले चुनाव से ही जारी है राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए संघर्ष

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री पद को लेकर घमासान चल रहा है। विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज के 2 दिन बाद भी कांग्रेस पार्टी मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम तय नहीं कर सकी है। जयपुर और इसके बाद दिल्ली में चली घंटों लंबी बैठकों के बाद भी पार्टी मुख्यमंत्री पद के लिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट में से किसी एक के नाम की घोषणा नहीं कर सकी है। हालाँकि राजस्थान कांग्रेस में सीएम पद के लिए चल रहा यह संघर्ष कोई नई बात नहीं है बल्कि संघर्ष राज्य में हुए पहले विधानसभा चुनाव से ही चल आ रहा है।

राज्य में 1952 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी लेकिन उस चुनाव में पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार जयनारायण व्यास चुनाव हार गए और टीकाराम पालीवाल सीएम बने। हालाँकि सालभर बाद ही जयनारायण व्यास उपचुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बन गए जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस को विद्रोह का सामना करना पड़ा था। 1954 के विधायक दल के दुबारा हुए चुनाव में व्यास मोहनलाल सुखाड़िया से हार गए। बाद ने सुखाड़िया 17 साल तक मुख्यमंत्री रहे थे।

इसके बाद 1971 में नारागजी के चलते इंदिरा गाँधी में सुखाड़िया को सीएम पद से हटाकर बरकतुल्ला खां को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन 2 साल बाद ही उनकी अचानक मृत्यु होने से एक बार फिर सीएम पद को लेकर संघर्ष हुआ। इस बार संघर्ष हरिदेव जोशी और रामनिवास मिर्धा के बीच था जिसमें जोशी को जीत मिली थी।

इस बार भी सीएम पद की दौड़ में शामिल अशोक गहलोत इस से पहले 2 बार सीएम बन चुके है और दोनों बार ही उन्हें अपनी पार्टी में आंतरिक संघर्ष का सामना करना पड़ा है। 1998 के चुनाव में कांग्रेस को 153 सीटें मिली थी जिसका बड़ा कारण पार्टी को मिला जाटों का समर्थन था और उस समय सीनियर जाट नेता परसराम मदेरणा नेता प्रतिपक्ष थे लेकिन पार्टी हाईकमान ने अशोक गहलोत को सीएम बनाया जिसका नुकसान उन्हें अगले चुनाव में हार के रूप में उठाना पड़ा।

हालाँकि इसके बाद 2008 में कांग्रेस ने राज्य की सत्ता में वापसी की और उस समय कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष होने के कारण सीपी जोशी सीएम पद के दावेदार थे लेकिन वे एक वोट से हारने के कारण वरिष्ठ नेता शीशराम ओला ने सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी। इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने पर्चियों के माध्यम से गहलोत को दूसरी बार राजस्थान का सीएम चुना था।

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