शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान के शाहपुरा जिले के जहाजपुर कस्बे में शनिवार को देवझूलनी एकादशी के जुलूस पर अचानक पथराव होने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस घटना के बाद कस्बे में अफरा-तफरी मच गई और लोग बाजार बंद कर धरने पर बैठ गए। जुलूस को रोक दिया गया, और लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
पथराव के बाद विरोध प्रदर्शन
पथराव की घटना के बाद जुलूस में शामिल लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। नारेबाजी और पथराव से माहौल गरमा गया। विधायक गोपीचंद मीणा ने घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर धरना शुरू कर दिया और कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बिना जुलूस आगे नहीं बढ़ेगा।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में करने का प्रयास किया। शाहपुरा एसपी राजेश कांवट ने बताया कि अब तक 9 लोगों को चिन्हित कर हिरासत में लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है, और जांच जारी है।
धार्मिक स्थल के पास पथराव
यह घटना उस समय हुई जब किले से पीतांबर राय महाराज का जुलूस निकल रहा था। जुलूस जैसे ही एक धार्मिक स्थल के पास पहुंचा, कुछ असामाजिक तत्वों ने उस पर पथराव कर दिया। पथराव से जुलूस में शामिल तीन लोगों को चोटें आई हैं।
विधायक गोपीचंद मीणा का धरना
विधायक गोपीचंद मीणा ने पथराव करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की और कल्याणजी मंदिर के पास धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। मीणा ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, जुलूस आगे नहीं बढ़ेगा।
अवैध निर्माण हटाने की मांग
धरने पर बैठे लोगों ने आरोप लगाया कि जिस इमारत से पथराव हुआ, वह अवैध है। उन्होंने मांग की कि बुलडोजर चलाकर उस अवैध निर्माण को गिराया जाए। इस बीच, जहाजपुर नगर पालिका की टीम ने अवैध केबिन हटाने की कार्रवाई भी शुरू की है।
पुलिस बल तैनात, स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद कस्बे में तनाव का माहौल बना हुआ है, और बाजार बंद कर दिए गए हैं। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। अजमेर रेंज के डीआईजी ओम प्रकाश ने बताया कि पुलिस स्थिति को नियंत्रण में रख रही है, और मामले की जांच जारी है।
धार्मिक उत्सव में विघ्न
देवझूलनी एकादशी के अवसर पर जहाजपुर में विभिन्न मंदिरों के भगवानों को भँवर कला तालाब में जलविहार के लिए ले जाया जाता है। जुलूस के दौरान हुई इस घटना ने धार्मिक उत्सव में विघ्न डाल दिया। पहले भी इस कस्बे में जुलूस के दौरान तनाव की स्थिति बनती रही है।