चौक टीम, जयपुर। कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी राज्यसभा चुनाव में राजस्थान से पार्टी की उम्मीदवार हैं। बुधवार को उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है, इस दौरान उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहे। इसके अलावा अशोक गहलोत, सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे। बता दें सुबह राहुल के साथ सोनियां गांधी जयपुर पहुंची थीं। अब पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद के उच्च सदन में राजस्थान से कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करेंगी।
सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह की जगह ली
दरअसल, सोनिया गांधी के साथ 3 और नेताओं के नाम का भी ऐलान किया गया। इनमें हिमाचल प्रदेश से अभिषेक मनु सिंघवी, बिहार से अखिलेश प्रसाद सिंह और महाराष्ट्र से चंद्रकांत हंडोरे का नाम शामिल है। सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की खाली हो रही सीट से राज्यसभा जाएंगी। उनके नामांकन को लेकर स्थानीय कांग्रेस के नेता खासा उत्साहित हैं।
यह कांग्रेसजनों के लिए एक खुशी का मौक़ा- पायलट
वहीं इससे बाद सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने आज हम सब के आग्रह पर राजस्थान से राज्यसभा के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा है। बड़ी खुशी की बात है राजस्थान के लिए। पायलट ने कहा कि यह कांग्रेसजनों के लिए एक खुशी का मौक़ा है, क्योंकि उन्होने राजस्थान को चुना है एक सांसद बनने के लिए, इससे कार्यकर्ताओ में ऊर्जा का संचार होगा। साथ ही पायलट ने कहा कि अभी लोकसभा का चुनाव है, उसमें भी इसका एक सकारात्मक प्रभाव दिखाई देगा।
‘किसान आंदोलन कर रहें हैं, यह सरकार की जिद है’
इसके अलावा पायलट ने किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो यह किसान आंदोलन कर रहें यह सरकार की जिद है, सरकार के अड़ियल रवैया के कारण समाधान नहीं हो रहा है। पायलट ने बताया कि छत्तीसगढ़ के अंदर कांग्रेस पार्टी ने कल ही यह घोषणा की है कि हमारी सरकार बनी तो तो हम MSP को एक कानूनी प्रावधान बनाएंगे।
पायलट ने आगे कहा कि किसानों को लागत के हिसाब से अपना पैसा नही मिल रहा है। हमने वायदा किया है MSP को लागू कर देंगे। और यह केन्द्र सरकार है जो किसानों की हितेषी बनती है, लगातार किसान आंदोलन कर रहें है, किसानों के हितों को ताक पर रखकर तीन काले कानून बनाए। 1.5 साल किसानों ने आंदोलन किया, सैकड़ों मौत हो गईं और केन्द्र सरकार ने यह वायदा किया था की हम MSP पर कानून बनाएंगे। अब सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है तो सरकार को अपनें वायदे पर खरा उतरना चाहिए था।
किसान आंदोलन का आज दूसरा दिन
उल्लेखनीय है कि पंजाब के किसानों का दिल्ली कूच का आज (14 फरवरी) दूसरा दिन है। एमएसपी और कर्ज माफी की कानूनी गारंटी, स्वामिनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और लखीमपुर खीरी हादसे पर सख्त एक्शन की मांग को लेकर किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी किसान एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर केंद्र सरकार से भिड़ने को तैयार हैं। मंगलवार से ही पंजाब के किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। केंद्र सरकार से लगातार बातचीत विफल रहने के बाद किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।