चौक टीम, जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्य़ाशी रविंद्र सिंह भाटी ने
(Bhati created history with Shiva) इतिहास रच दिया है. भाटी निर्दलीय विधायकों में सबसे कम उम्र के विधायक बने है. उन्होने फतेह खान को 3950 वोटों से मात दी. कांग्रेस के अमीन खान तीसरे नंबर पर तो भाजपा के स्वरूप सिंह खारा चौथे स्थान पर रहे. भाटी को 79495 मत प्राप्त किए.
ऐसे में निर्मतगणना में 16 राउंड तक लगातार बागी रविन्द्रसिंह की लीड ने अप्रत्याशित आंकड़े की स्थिति ला दी. एक तरफ वो थे तो एक तरफ बाकी प्रत्याशी लेकिन इसके बाद गणित बदला. फतेहखां और अमीनखां के वोट बढ़ने लगे और मुकाबला टक्कर में आ गया, अंततः भाटी ने जीत दर्ज की.
भाटी की ‘मैनेजमेंट ऑफ विक्ट्री’
शिव से निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी (Bhati created history with Shiva) की जीत को मैनेजमेंट ऑफ विक्ट्री के तौर पर देखा जा रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि शिव में जातिगत समीकरण बड़ा फैक्टर नहीं बना है. रविन्द्र सिंह भाटी को 79495 वोट मिले और वोटिंग प्रतिशत 31.44 फीसदी रहा. भाटी के सबसे निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेसे से बागी फतेह खान रहे.
‘यह जीत शिव की जीत’- भाटी
रविंद्र सिंह भाटी ने जीतने के बाद बयान जारी कर कहा कि ‘सबको साथ लेकर विकास का प्रयास- सबको साथ लेकर शिव के विकास का प्रयास रहेगा. यह जीत शिव की जनता की जीत है.
भाजपा से बगावत कर जीते भाटी
रविंद्र सिंह भाटी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह की उपस्थिति में प्रदेश मुख्यालय पर शामिल हुए थे. उन्होने बीजेपी से टिकट की उम्मीद भी जताई थी. हालांकि भाजपा ने उन्हे टिकट नहीं दिया. जिसके बाद भाटी ने राजपूत सभा में निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.