Homeमुख्य समाचारराजनीति'दिल्ली दूर लगता था, अब दिल्ली दूर नहीं…', सतीश पूनियां ने दिए...

‘दिल्ली दूर लगता था, अब दिल्ली दूर नहीं…’, सतीश पूनियां ने दिए बड़े संकेत; अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ा सुनाया ये किस्सा

डॉ. सतीश पूनियां ने नई दिल्ली प्रवास पर दिल्ली विश्वविद्यालय में होली मिलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे जमाने में दिल्ली यूनिवर्सिटी में हम पढ़ाई की सोच ही नहीं सकते थे।

- Advertisement -spot_img

चौक टीम, नई दिल्ली। भाजपा राजस्थान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने नई दिल्ली प्रवास पर दिल्ली विश्वविद्यालय में होली मिलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे जमाने में दिल्ली यूनिवर्सिटी में हम पढ़ाई की सोच ही नहीं सकते थे, क्योंकि दिल्ली दूर लगता था, उस समय स्टूडेंटस इलेक्शन के दौरान यहां के स्टूडेंटस के साथ हमारा इंटरेक्शन होता था कैंपेनिंग के लिए आते थे, पहले यही कहते थे कि दिल्ली दूर है, लेकिन अब दिल्ली दूर नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संगठन में राजनीति में लंबे समय तक काम किया है। पार्टी संगठन के काम से दिल्ली समय-समय पर आना होता रहा। 1993 में मुझे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उनके राजस्थान प्रवास पर दो दिन उनके साथ रहने का चुनाव कैंपेन में अवसर मिला। पूनिया ने कहा कि, वाजपेयी साहब बहुत अच्छे मिजाज और मिलनसार व्यक्तित्व के थे, उनको जब विदा किया तो उन्होंने मुझसे कहा कि जवान दिल्ली आना कभी।

सतीश पूनियां ने आगे कहा कि कई बरस बीत गए तो अटल बिहारी वाजपेयी जब दोबारा जयपुर आए तो उस समय मैं युवा मोर्चा में काम करता था तो मैंने उत्साह से पूछा कि मुझे पहचाना आपने, तो उन्होंने मुझसे कहा अरे तेरे को क्यों नहीं पहचानेंगे, तूने खूब सेवा करी हमारी, फिर उन्होंने मुझसे पूछा कि तू दिल्ली क्यों नहीं आया, तो मैंने कहा था कि किराया नहीं था, उन्होंने हंसकर कहा कि हां यह बात भी सही है किराया नहीं था, हमारे पास भी किराया नहीं होता था।

इस कार्यक्रम में सतीश पूनियां ने कहा कि अपने यहां से दिल्ली आने की पहले कोई सोचता नहीं था और पढ़ाई के लिए दिल्ली आना बहुत मुश्किल बात होती थी लेकिन मुझे बहुत खुशी हुई इस कार्यक्रम में सभागार में सांचोर निवासी कुलदीप बिश्नोई बैठे हैं, इतने सुदूर क्षेत्र सांचौर, जालौर, बाड़मेर, जोधपुर सहित प्रदेश के तमाम जिलों के विद्यार्थी दिल्ली पढ़ाई के लिए आते हैं, तो यह बहुत खुशी की बात है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान में आकर पढ़ाई करते हैं।

छात्रों को संबोधित करते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि, हम सबका सौभाग्य है कि, हम भारत में पैदा हुए, देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम साहब का जब राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन तय हुआ था तो उस समय प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रमोद महाजन मंत्री थे, तो उन्होंने कलाम साहब से पूछा कि नामांकन के लिए कौनसा मुहूर्त ठीक होगा, अब्दुल कलाम साहब ने बहुत बेहतरीन जवाब दिया कि हिंदुस्तान में पैदा होना ही शुभ मुहूर्त है, इसलिए आप किसी भी मुहूर्त में फॉर्म भरवा दीजिए।

वहीं, सतीश पूनियां ने बताया कि, पिछले सात आठ महीने में मुझे कई देशों में जाने का अवसर मिला तो मैंने बदलती हुई फिजाँ देखी, मैं तो एक सामान्य पॉलिटिशियन हूं, मेरे जैसे सामान्य कार्यकर्ता से लोग मिलना चाहते हैं, सुनना चाहते हैं, बुलाना चाहते हैं, कुछ दिन पहले बहरीन गया जहां शेख परिवारों से मिलना हुआ, मुझे ताज्जुब हुआ कि बहरीन का शेख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करता है कि मोदी जी ने कमाल कर दिया।

पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सतीश पूनियां ने कहा कि, आज यदि दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाती है जो मोदी सरकार ने संभव कर दिखाया है, यह भारत की सांस्कृतिक और नैतिक जीत है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करते हुए मोदी सरकार ने समूचे देश का विकास किया है और विशेषकर पूर्वोत्तर को भी विकास और भावनात्मक रूप से देश की मुख्यधारा से जोड़ा है।

तीन दिन पहले मेरा जम्मू कश्मीर जाना हुआ तो वहां अलग-अलग तबके के लोगों से बात हुई, कश्मीरी पंडितों से बात हुई, पॉलिटिशियंस के साथ बात हुई, घाटी से लेकर समूचे जम्मू कश्मीर के सभी वर्गों के लोग पार्टी से जुड़े हैं, यह बहुत ही सुखद है कि देश का हर वर्ग भाजपा के राष्ट्रवाद के विचार से जुड़ रहा है।

शिक्षक और विद्यार्थियों की भूमिका समाज एवं देश की उन्नति में महत्वपूर्ण है, मेरा आपसे आग्रह है कि संकल्पित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कदम से कदम मिलाकर आप देश के निर्माण में अपनी भागीदारी निभाते रहें।

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -spot_img

Stay Connected

Must Read

- Advertisement -spot_img

Related News

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here