शरद पुरोहित, जयपुर। रविवार को अलवर जिले के चित्रकूट छात्रावास में आयोजित 58वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के कार्यक्रम का शुभारम्भ वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री संजय शर्मा ने किया। उन्होंने सरस्वती मां की प्रतिमा को माला पहनाकर व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
शिक्षा के महत्व पर जोर
मंत्री शर्मा ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में साक्षरता अत्यधिक महत्वपूर्ण है। कोई भी समाज शिक्षा के बिना उन्नति नहीं कर सकता। शिक्षित व्यक्ति सभ्य समाज और राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बेटियों को बेटों के समान अवसर प्रदान करने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बेटियों की शिक्षा से समाज का विकास
मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि यदि बेटियां शिक्षित होंगी, तो भविष्य की पीढ़ी भी शिक्षित होगी। आज देश की बेटियां बड़े-बड़े पदों पर कार्य कर अपने माता-पिता और देश का गौरव बढ़ा रही हैं।
साक्षरता के लिए योगदान
कार्यक्रम में पांच साक्षर और दो साक्षरता शिक्षकों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही, जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी दशरथ सैनी ने साक्षरता की शपथ दिलाई, और सहायक परियोजना अधिकारी पवन गुप्ता ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता
मंत्री शर्मा ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान और “हरियालो राजस्थान” अभियान के तहत बरगद का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस अभियान से जुड़कर पौधारोपण करना चाहिए ताकि धरती को हरा-भरा बनाया जा सके।