शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान की प्रसिद्ध सांभर झील में हाल ही में 520 प्रवासी पक्षियों की मौत का मामला सामने आया है, जो हर साल सुदूर देशों से यहां आते हैं। पिछले कुछ दिनों में इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की अचानक मौत ने सभी को सकते में डाल दिया है। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि पक्षियों की मृत्यु के पीछे मुख्य कारण एवियन बोटुलिज़्म हो सकता है, जिससे कई पक्षी गंभीर रूप से बीमार हुए हैं।
प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई
नावां उपखंड अधिकारी जीतू कुलहरि के अनुसार, 2019 में भी यहां पक्षियों की ऐसी ही मौतें हुई थीं। प्रशासन ने पिछले अनुभव से सबक लेते हुए इस बार स्थिति पर तेजी से नियंत्रण पाया है। प्रभावित पक्षियों का इलाज और उनके बचाव के लिए प्रशासनिक टीमों को सतर्क कर दिया गया है। पशु चिकित्सालय में भी एक विशेष टीम लगातार काम कर रही है और घायल पक्षियों को बचाने का प्रयास जारी है।
एवियन बोटुलिज़्म पर विशेष ध्यान
एवियन बोटुलिज़्म एक बैक्टीरिया जनित बीमारी है, जो संक्रमित पक्षियों में न्यूरोमस्कुलर सिस्टम को प्रभावित करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि पानी में बैक्टीरिया के संपर्क में आने के बाद पक्षी बीमार हो जाते हैं। प्रशासन और पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा बचाव के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।