राजस्थान कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में चुप्पी के बीच आज किसान सम्मेलन के रुप में टूटती दिखाई दी। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की पांच जिलों कि यात्रा का आज से आगाज नागौर से हुआ। परबतसर में किसानों और महिलाओं को संबांधित करते हुए कई अहम मसलों पर उन्होंने केंद्र सरकार को घेरा, साथ ही फिर से प्रदेश की सत्ता में लाने के साथ देना का वादा लिया।
ट्वीटर पर लिखा नारा
सचिन पायलट ने नागौर से अपने किसान सम्मेलन यात्रा कार्यक्रमों की शुरूआत की। पायलट ने ट्वीटर पर फोटो पोस्ट करते हुए लिखा कि…
सुनिश्चित करने किसान अधिकार
नागौर में अन्नदाताओं को नमस्कार!
सचिन पायलट का यह ट्वीट नागौर के किसानों के साथ सियासी समूहों में भी चर्चा का विषय बना। परबतसर में सचिन पायलट ने किसानों और महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश और प्रदेश में गंभीर सवाल उठ रहे हैं। किसानों से भाजपा ने कई वादे किए लेकिन पूरे नहीं हुए। किसानों की आय दोगुनी करने का वाद भाजपा सरकार का था, केंद्र का था। उसका क्या हुआ।
महंगाई और बेरोजगारी पर वार
सचिन पायलट ने कहा कि महंगाई आज कमर तोड़ रही है। किसानों ने संघर्ष किया तो तीन काले कानून वापस लेने पड़े। अगर किसान संगठित हो जाता है तो दुनिया की किसी भी ताकत को झुकाया जा सकता है। सभा में उन्होंने कहा कि खरनाल में तेजाजी से आशीर्वाद लेने जा रहा हूं। आज से 12 साल पहले बतौर केंद्रीय मंत्री तेजाजी के नाम से डाक टिकट जारी करने का सौभाग्य मिला। पायलट ने कहा कि नागौर वह जमीन है जहां सेना में बड़ी संख्या में युवा शामिल है उन नौजवानों के लिए अग्निवीर योजना बना दी। 4 साल के लिए सेना में भर्ती करना सही नहीं है। किसान का बेटा फौज में जाता है ना की किसी उद्योगपति का।
देश की सरकार अमीरों के लिए कर रही काम
पायलट ने परबतसर में कहा कि देश में आज अमीर और अमीर हो रहा है, गरीब की हालत बद से बदतर हो रही है। बड़े-बड़े एयरपोर्ट, पोर्ट स्टेशन उद्योगपतियों के हाथ में दिए जा रहे हैं। जातिवाद पर भी करारा प्रहार करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि जातिवाद के जहर को जवानी और किसानी मिलकर खत्म कर सकते हैं। यह जंजीर हर किसी को तोड़नी होगी। नौजवान और किसान की कोई जाति नहीं होती।
सचिन पायलट ने अपने पिता राजेश पायलट को याद करते हुए कहा कि मेरे पिता कहा करते थे कि इस देश की व्यवस्था को बदलना है तो नीति निर्धारकों की जगह गरीब किसान के बेटे जब तक आगे नहीं आएंगे, तब तक इस आवाम का भला नहीं हो सकता। सबसे बड़ी ताकत आम जनता के पास है।
पेपर लीक के सरगना पकड़े सरकार
राजस्थान में पेपर लीक मामले में भर्ती सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि छोटे दलालों की बजाय सरगना को पकड़ना चाहिए। नौजवानों के विश्वास में कमी आना सही संकेत नहीं है। किसानों को एकजुट करने और नौजवानों में यकीन पैदा करने के लिए जमीन पर उतरना पड़ेगा। कांग्रेस पार्टी के लिए अपनी मेहनत को बताते हुए सचिन पायलट ने कहा 21 सदस्यों तक सत्ता में लाने के लिए पद यात्राएं, घेराव और लाठियां खाई। तब जाकर आम जनता ने वसुंधरा राजे सरकार को हटाया। एक बार फिर चुनाव सामने आ रहे हैं वही पुराना प्यार फिर से देना है। परबतसर की सभा में सचिन पायलट के अलावा मंत्री हेमाराम चौधरी, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया, पूर्व विधायक पुष्कर नसीम अख्तर इंसाफ, दातारामगढ़ विधायक वीरेंद्र चौधरी, विधायक मुकेश भाकर सहित कार्यकर्ता और प्रशंसक मौजूद रहे।