सबरीमाला विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन की अनुमति दे दी थी लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक एक भी महिला मंदिर में प्रवेश नही कर पाई है। आपको बता दे कि इसके लिए केरल सरकार कई प्रयास किए हैं लेकिन स्थानीय लोगों के साथ ही मंदिर के पूजारी भी मंदिर में महिलाओं को प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है।
केरल में आज 1 जनवरी, 2019 को कासरगोड से तिरुवनंतपुरम तक फैली एक 650 किलोमीटर की महिला दीवार में 30 लाख से अधिक महिलाओं के भाग लेने की उम्मीद है। राज्य की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार द्वारा आयोजित, यह कार्यक्रम शाम 4 बजे शुरू हो गई है।
जानकारी के लिए बता दे कि कसोरगोड में स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा इस श्रृंखला की अगुवाई करेंगे जब कि तिरुवनंतपुरम में श्रृंखला के आखिर में माकपा नेता वृंदा करात रहेगी। इस प्रस्तावित दीवार की सफलता सुनिश्चित करने के लिए वार्ड स्तर से लेकर जिला और निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर बैठकें की गईं थी।