जयपुर। टोंक रोड स्थित जी क्लब में देर रात फायरिंग की घटना को लेकर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुर में 12 बजे बाद क्लब खोलना गैरकानूनी है। कई क्लब ऐसे हैं जो पूरी रात खुल रहते हैं। कोई भी क्लब हो 12 बजे बाद नहीं खुलना चाहिए। यह सुनिश्चित करना पुलिस की जिम्मेदारी है। जयपुर का प्रतिनिधि होने के नाते में खुद पुलिस अधिकारियों की मीटिंग लूंगा। कई अधिकारियों को गलतफहमी हो गई है कि हम तो पर्मानेंट हैं यहीं बैठे रहेंगे। ऐसे अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने सिफारिश कराकर पोस्टिंग पाने वाले अधिकारियों को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेशों की अवहेलना करने वालों को तत्काल बर्खास्त किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों की लूंगा बैठक
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि शहर में हो रही अपराध की घटनाओं को लेकर यहां का जनप्रतिनिधि होने के नाते में पुलिस अधिकारियों की बैठक लूंगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहर में 12 बजे बजे क्लब खोलना गलत है। ऐसे मामलों में पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस को वर्दी टशन दिखाने के लिए नहीं है। वर्दी का ऐक रूतबा होता है। मैंने खुद क्लब के वीडियो बनाकर पुलिस को भेजे हैं। जयपुर का जनप्रतिनिधि होने के चलते मैं अब खुद सड़कों पर उतरूंगा और पुलिसकर्मियों के कामकाज की मॉनिटरिंग करूंगा। लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों को मौके से ही जयपुर से बाहर का रास्ता दिखाएंगे। कुछ पुलिस अधिकारियों को गलतफहमी हो गई है कि वह परमानेंट है लेकिन उन्हें बर्खास्त करने का भी फैसला लेंगे। चिंतन शिविर में भी मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि सरकार के आदेशों की अवहेलना करने वाले पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए। अगर कोई फरियाद ही पुलिस में शिकायत लेकर आता है तो उस पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को नहीं छोड़ेंगे। सिफारिश कराकर पोस्टिंग लेने वाले अधिकारी भी सुन ले, कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए जो कदम उठाने होंगे वो उठाएंगे चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े।
आर्म्स लाइसेंस देने में दिखानी होगी तत्परता
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आर्म्स लाइसेंस पेंडेंसी पर कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मर्जी से लाइसेंस तय नहीं होंगे। अपराधी तो अवैध हथियारों से फायरिंग कर रहा है और इज्जतदार व्यक्ति जिसके बाप दादा के समय से लाइसेंस है उन्हें लाइसेंस नहीं दिया जा रहा है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं चलेगा। जिन व्यक्तियों का करोड़ों का ट्रांजैक्शन है और उन पर कोई भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। ऐसे व्यक्तियों को भी लाइसेंस नहीं दिया जा रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मनमर्जी नहीं चलेगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे।