जयपुर। भारतीय जनता पार्टी की ओर से सवाईमाधोपुर में सरकार के खिलाफ जनआक्रोश और महाघेराव का कार्यक्रम था। महाघेराव कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ कलेक्टर पर आग बबूला हो गए। उन्होंने भाजपा नेताओं की ओर से दिए जा रहे ज्ञापन को कलेक्टर द्वारा लेने नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताई। उन्होंने इसको लेकर कलेक्टर को लताड़ भी लगाई। राठौड़ का कलेक्टर को धमकाते हुए वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किसान के बेटे को कलेक्टर की कुर्सी पर बैठा देख भाजपा नेता बहक गए हैं। उन्होंने राठौड़ के व्यवहार को लेकर कहा है कि कलेक्टर के साथ किया गया भाजपा नेताओं का व्यवहार ठीक नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं।
राज यही नहीं रहने वाला
राठौड़ ने सवाई माधोपुर कलेक्टर सुरेश ओला को ज्ञापन लेने नहीं पहुंचने पर भाजपा के अन्य नेताओं के साथ मिलकर लताड़ लगाई। इसके साथ ही कलेक्टर को धमकाया कि कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई ज्ञापन लेने के लिए नहीं आया। यह सब व्यवस्थाए ठीक नहीं है। अगर आप नही आ सकते थे तो आप ज्ञापन लेने के लिए किसी को भेज सकते थे लेकिन आप चेंबर में ही बैठे रहे। आप अपने आप को कुछ ज्यादा ही बड़ा समझते हो, लेकिन आप को बता दूं कि प्रजातंत्र में सबसे बड़ा जनप्रतिनिधि होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ही राज हमेशा नहीं रहने वाला। आपको हजारों लोगों की भावनाएं समझनी चाहिए।
मैं सीट पर मौजूद था
भाजपा नेताओं की ओर से कलेक्टर का ज्ञापन देने के मामले में कलेक्टर सुरेश ओला ने कहा है कि वहा में खुद मौजूद था, इसलिए किसी और को भेजने का मैंने नही सोचा। वहां रहकर खुद ज्ञापन लिया। इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया सहित अन्य भाजपा नेता भी वहां मौजूद रहे।