शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान की आरएएस अधिकारी और जोधपुर की सहायक कलक्टर प्रियंका विश्नोई का बुधवार, 18 सितंबर 2024 को अहमदाबाद के अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। प्रियंका, जो 2016 की आरएएस टॉपर थीं, ने अपने जीवन की अंतिम सांस लगभग 10 दिनों तक चले इलाज के बाद ली।
ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबियत
प्रियंका का 6 सितंबर को जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के अगले ही दिन उनकी तबियत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया। परिवार ने आरोप लगाया है कि जोधपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही की गई, जिसके कारण उनकी स्थिति और खराब हो गई।
लापरवाही के आरोपों पर जांच के आदेश
प्रियंका के परिवार ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टरों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इस मामले को लेकर जोधपुर जिला कलेक्टर ने डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को जांच के आदेश दिए हैं। पांच डॉक्टरों की एक टीम इस मामले की जांच करेगी।
सीबीआई जांच की मांग
प्रियंका विश्नोई के निधन से बिश्नोई समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से सीबीआई जांच की मांग की है। सोशल मीडिया पर भी लोग प्रियंका की मौत के लिए जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री और समाज के नेताओं ने प्रकट किया शोक
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रियंका विश्नोई के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “प्रियंका विश्नोई जी का निधन अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।”
प्रियंका का अंतिम संस्कार उनके गांव सुरपुरा, फलोदी में गुरुवार को किया जाएगा।