राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2018 के लिए अब कुछ ही घंटे बाकी रह गए है. कल प्रदेश की 200 में से 199 सीटों पर मतदान होगा और राज्य की सत्ता किसके हाथ में होगी, इसका फैसला 11 दिसम्बर को आने वाले नतीजों से हो जाएगा. जहाँ हर पार्टी राज्य में सरकार बनाने का दावा कर रही है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दावा है कि इस बात से अब कोई फर्क नहीं है कि भाजपा की तरफ से प्रचार करने के लिए नरेंद्र मोदी आये या अमित शाह क्योंकि इस बार सरकार किसकी बनेगी, इस बारे में प्रदेश की जनता ने अपना मन बना लिया है.
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन गहलोत ने पूरे दिने अपने गृहनगर जोधपुर में प्रचार किया और अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाओं को सम्बोधित किया. 2 दिन पहले ही प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने भी जोधपुर में एक जनसभा को सम्बोधित किया था. अपने प्रचार के दौरान गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा को विदाई यात्रा कहा और यह भी कहा कि वे काले रंग के झंडे देखकर भड़क जाती है.
गहलोत ने केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार पर किसानों, भ्रष्टाचार और इकॉनमी के लिए कुछ भी नहीं करने और देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और राज्य में आगामी चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील की.
अपनी जनसभा में उन्होंने मुख्यमंत्री राजे पर जोधपुर में विकास कार्यों को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया और कहा कि पांच साल में वसुंधरा ने लोगों से सम्पर्क करने के बजाय सिर्फ हवाई दौरे किये है. जनसभाओं के दौरान लोगों ने माला पहनाकर गहलोत का स्वागत किया और उनके समर्थन में नारे भी लगाए.