शरद पुरोहित, जयपुर। दिवाली से पहले केंद्र की मोदी सरकार ने राजस्थान की जनता को एक बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 4,406 करोड़ रुपये की लागत से राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में 2,280 किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण की परियोजना को मंजूरी दी है। इस फैसले से सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास की गति तेज होगी और वहां की जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के क्षेत्र में लाभ मिलेगा।
ग्रामीण आजीविका और कनेक्टिविटी में होगा सुधार
सड़क निर्माण के इस फैसले का असर न सिर्फ सड़क और दूरसंचार संपर्क पर पड़ेगा, बल्कि इन क्षेत्रों में जल आपूर्ति, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाओं में भी सुधार होगा। ग्रामीणों की आजीविका में वृद्धि होने की उम्मीद है क्योंकि इन सड़कों से कनेक्टिविटी आसान होगी और राजमार्ग नेटवर्क से जुड़ाव मजबूत होगा। सरकार की यह परियोजना सीमावर्ती गांवों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाएगी।
भजनलाल सरकार की भी बड़ी सौगात
दो दिन पहले ही भजनलाल सरकार ने राज्यभर में 1508.48 किलोमीटर लंबी नई सड़कों के निर्माण के लिए 1,725.73 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। इन सड़कों के निर्माण से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को और बल मिलेगा और आवागमन सुगम होगा।
अमित शाह का बयान: ‘वाइब्रेंट विलेजेज’ के रूप में विकसित होंगे गांव
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा, “सीमा की सुरक्षा ही राष्ट्र की सुरक्षा है। मोदी सरकार बॉर्डर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है।” उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि सीमावर्ती गांवों में आवागमन सुगम होने से वहां के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा और ये गांव ‘वाइब्रेंट विलेजेज’ के रूप में विकसित होंगे।