शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान में पिछली भर्तियों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए अब भर्ती परीक्षाओं को अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए ऑनलाइन मोड पर कराने की तैयारी शुरू हो गई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (आरएसएसबी) के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि टैबलेट के जरिए परीक्षा कराने की प्रक्रिया पर काम शुरू कर दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत नवंबर के आखिर में एक परीक्षण मॉक टेस्ट आयोजित किया जाएगा।
कैसे होगा टैबलेट पर मॉक टेस्ट?
परीक्षण में 500 अभ्यर्थियों को टैबलेट पर मॉक टेस्ट देने के लिए चुना गया है। इस प्रक्रिया में वास्तविक परीक्षा जैसा अनुभव प्रदान किया जाएगा। हैकिंग सुरक्षा जांचने के लिए हैकर्स को भी बुलाया गया है।
- हैकर्स की भूमिका: सिस्टम को हैक करने की कोशिश करेंगे।
- एक्सपर्ट की निगरानी: कानपुर आईआईटी और जयपुर एमएनआईटी के विशेषज्ञ इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।
- सफलता के बाद: परीक्षण सफल होने पर राज्यभर में टैबलेट पर परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
टैबलेट से परीक्षा: फायदे और चुनौतियां
फायदे:
- पेपर प्रिंटिंग खत्म होगी: पेपर ऑनलाइन तैयार होकर सीधे टैबलेट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
- पारदर्शिता बढ़ेगी: पेपर लीक जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी।
- संसाधनों की बचत: परीक्षा केंद्रों पर कागज और प्रिंटिंग की जरूरत नहीं होगी।
चुनौतियां:
- संसाधनों की कमी: बड़े स्तर पर कंप्यूटर उपलब्ध नहीं हैं।
- बड़ी परीक्षाओं का प्रबंधन: 15 लाख से अधिक अभ्यर्थियों वाली परीक्षाओं में यह व्यवस्था कठिन होगी।
कौन-कौन सी परीक्षाओं में होगा प्रयोग?
टैबलेट से परीक्षाएं छोटी भर्तियों में आयोजित की जाएंगी।
- छोटी भर्तियां: 1 लाख तक के अभ्यर्थी।
- बड़ी परीक्षाएं: जैसे सीईटी, पटवार, शिक्षक भर्तियां टैबलेट पर संभव नहीं।
टैबलेट से परीक्षा: राजस्थान का देश में पहला कदम
यदि यह प्रणाली सफल होती है तो राजस्थान टैबलेट के जरिए परीक्षाएं आयोजित करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। यह राज्य की भर्ती प्रणाली को अधिक सुरक्षित और आधुनिक बनाने का बड़ा कदम साबित होगा।