राजस्थान में इस बार हो रही भारी बारिश और मानसून ने बारिश के सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 30 सितंबर के बीच औसतन 435 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस साल 31 अगस्त तक ही 557 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। यह औसत से 27% ज्यादा है।
अगस्त में सबसे ज्यादा बारिश
इस साल अगस्त महीने में राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। 344 मिलीमीटर औसतन बारिश हुई, जो 2011 से 2023 तक की सबसे ज्यादा बारिश है। इससे पहले 2016 में अगस्त में 277.7 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जो पिछले 13 साल का रिकॉर्ड था।
बाढ़ जैसे हालात बने
राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। जयपुर, टोंक, जोधपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश के कारण स्कूलों की छुट्टियां घोषित करनी पड़ीं।
बांधों में पानी की भरपूर आवक
अगस्त महीने में भारी बारिश के कारण राज्य के 238 बांधों में पानी का स्तर बढ़ गया है। जुलाई के अंत तक 691 छोटे-बड़े बांधों में से केवल 22 बांध ही पूरी तरह से भरे थे, लेकिन अगस्त के अंत तक 238 बांध ओवरफ्लो हो गए। हालांकि, अभी भी 122 बांध ऐसे हैं जो खाली हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, करौली, बारां, झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर, प्रतापगढ़, और कोटा जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
सिरोही में कम बारिश दर्ज
हालांकि राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश हुई है, लेकिन सिरोही जिले में इस बार कम बारिश दर्ज की गई है। सिरोही में औसतन 679 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस साल यह कम रही।
बारिश के पीछे का कारण
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्थान में इस बार तीन बड़े सिस्टम बने, जिनके कारण भारी बारिश हुई। पहला सिस्टम जुलाई के अंत में बना और अगस्त के पहले सप्ताह तक एक्टिव रहा। दूसरा सिस्टम 8 से 10 अगस्त के बीच बना, जिससे 17-18 अगस्त तक भारी बारिश हुई। तीसरा सिस्टम अगस्त के अंत में बना, जिसने कोटा, उदयपुर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर और भरतपुर संभाग में भारी बारिश कराई।
पश्चिमी राजस्थान में भी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ इलाकों में 2-3 सितंबर को बारिश होने की संभावना है। बीकानेर के चूरू में सबसे अधिक 468 मिलीमीटर और जोधपुर संभाग में सिरोही में सबसे ज्यादा 679 मिमी बारिश दर्ज हुई है।
मानसून की सक्रियता
मौसम विभाग का कहना है कि इस साल मानसून की बारिश सितंबर के दूसरे हफ्ते तक जारी रहेगी। इसके बाद मौसम शुष्क हो सकता है।