शरद पुरोहित,जयपुर। राजस्थान में बच्चा चोर गिरोह की सक्रियता की खबरें एक बार फिर सामने आ रही हैं। हाल ही में अजमेर और कोटा से चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जिन्होंने छोटे बच्चों वाले परिवारों को अलर्ट कर दिया है। कोटा के बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में बच्चा चोर के पकड़े जाने और अजमेर रेलवे स्टेशन से बच्ची की चोरी की घटना से लोग चिंतित हैं।
कोटा में संदिग्ध की पिटाई
रविवार रात को कोटा के बोरखेड़ा थाना क्षेत्र के देवाशीष टाउनशिप के बाहर लोगों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि चार संदिग्ध व्यक्ति टाउनशिप में खेल रहे बच्चों में से एक को उठाने की कोशिश कर रहे थे, तभी गार्ड और बाउंसरों की नजर उन पर पड़ी। तीन चोर मौके से भाग गए, लेकिन एक को पकड़ लिया गया और लोगों ने उसे पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस की प्रतिक्रिया
बोरखेड़ा थाना प्रभारी राम लक्ष्मण ने घटना पर कहा कि पकड़ा गया व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ था और नहर में गिर गया था। पुलिस के अनुसार, यह कोई बच्चा चोरी का मामला नहीं है, लेकिन स्थानीय लोग इसे बच्चा चोर गिरोह की साजिश के रूप में देख रहे हैं।
यूपी की भाषा में बोलने का दावा
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि पकड़े गए संदिग्ध और उसके साथी उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। उन्होंने टाउनशिप में पहले दिन रेकी की थी और यूपी की बोली में बात कर रहे थे, जिससे लोगों का शक और गहरा हो गया है। हालांकि, पुलिस इस दावे को खारिज कर रही है।
अजमेर में बच्ची की चोरी
अजमेर रेलवे स्टेशन पर भी एक चौंकाने वाली घटना हुई थी, जिसमें एक बच्ची को चोरी कर लिया गया था। पीड़ित परिवार आबूरोड से अजमेर स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था, जब एक संदिग्ध ने बच्ची को उठा लिया और ट्रेन से फरार हो गया। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरपीएफ ने चोर को गुजरात से बच्ची सहित पकड़ लिया।
बच्चा चोर गिरोह की सक्रियता से बढ़ती चिंता
कोटा और अजमेर की घटनाओं ने राजस्थान में बच्चा चोर गिरोह के फिर से सक्रिय होने की आशंका को जन्म दिया है। छोटे बच्चों वाले परिवारों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत जानकारी दें।