शरद पुरोहित, जयपुर। राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे कल यानी 23 नवंबर को घोषित होंगे। 13 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में कुल 69 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद है। खींवसर और झुंझुनूं जैसी सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
खींवसर: हनुमान बेनीवाल का गढ़
खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) की कनिका बेनीवाल, बीजेपी के रेवंत राम डांगा और कांग्रेस के डॉ. रतन चौधरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
- पिछला परिदृश्य: यह सीट हनुमान बेनीवाल का गढ़ मानी जाती है। बेनीवाल ने इस सीट को खाली किया था, जब उन्होंने नागौर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी।
- चुनौती: हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल इस बार मैदान में हैं और बीजेपी-कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे रही हैं।
झुंझुनूं: ओला परिवार की विरासत
झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस के अमित ओला और बीजेपी के राजेंद्र भांबू के बीच मुकाबला है।
- पारिवारिक राजनीति: यह सीट ओला परिवार की राजनीति का केंद्र रही है। शीशराम ओला और बृजेंद्र ओला के बाद अब तीसरी पीढ़ी के अमित ओला कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
- बीजेपी के लिए मुश्किल: राजेंद्र भांबू को इस सीट पर अमित ओला से कड़ी चुनौती मिल रही है।
क्या कहते हैं सियासी विश्लेषक?
राजस्थान उपचुनाव में बीजेपी को 2 सीटों पर झटका लगने की संभावना जताई जा रही है। खींवसर और झुंझुनूं सीटें बीजेपी के लिए मुश्किल साबित हो सकती हैं।
सीट का नाम | BJP उम्मीदवार | कांग्रेस उम्मीदवार | अन्य |
झुंझुनूं | राजेंद्र भांबू | अमित ओला | राजेंद्र गुढ़ा (निर्दलीय) |
दौसा | जगमोहन मीणा | दीनदयाल बैरवा | |
खींवसर | रेवंत राम डांगा | रतन चौधरी | कनिका बेनिवाल (RLP) |
चौरासी (ST) | कारीलाल ननोमा | महेश रोत | |
सलूंबर (ST) | शांता देवी मीणा | रेशमा मीणा | जितेश कुमार कटारा (BAP) |
रामगढ़ | सुखवंत सिंह | आर्यन जुबैर | |
देवली-उनियारा | राजेंद्र गुर्जर | कस्तूर चंद मीणा | नरेश मीणा (निर्दलीय) |
क्यों अहम हैं ये उपचुनाव?
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले ये उपचुनाव सत्ता के समीकरण तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इन सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती हैं।