राजस्थान का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र हंगामेदार रह सकता है। विपक्ष पेपर लीक, बिजली सप्लाई, कानून व्यवस्था और बेरोगजारों के साथ किसानों के मसले पर राज्य सरकार को घेरने की तैयारी में है। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र से ठीक पहले सरकार अपने कामकाज की समीक्षा कर चुकी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए थे कि अपने अपने प्रभार के जिलों में जाकर सरकार के कामकाज की समीक्षा करें।
पिछले जिलों पर दिया जाएगा विशेष स्थान
जिन जिलों में बजट क्रियान्विति की स्थिति पिछड़ी हुई है उन जिलों को विशेष दर्जा देकर काम की रफ्तार को बढ़ाया जाएगा। साथ ही आगामी राजस्थान के बजट में उन जिलों के लिए अलग से कुछ अहम घोषणाएं हो सकती हैं। गौरतलब है कि इस बार का बजट युवा और विद्यार्थियों को समर्पित करने का निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिया है। इस आधार पर भी इस रिपोर्ट में कुछ अहम बिंदु शामिल होंगे।
राज्यपाल के अभिभाषण में दिखेगा चुनावी रंग
राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के चार वर्ष की सफलताओं और आगामी लक्ष्यों को देखा जा सकता है। चुनावी वर्ष का बजट होने की उम्मीद बढ़ी हुई है। हंगामों के साथ राजस्थान से जुड़ी योजनाएं भी बढ़ेंगी।