मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। इसमें सीएम भजनलाल शर्मा ने विधायकों को जनता की समस्याओं पर ध्यान देने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई फरियादी बार-बार आए, तब भी उसकी सुनवाई करें और समाधान निकालें।’
सीएम शर्मा ने कहा कि सरकार जनता के हितों के लिए कई योजनाएं चला रही है, और विधायकों को चाहिए कि वे इन योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का काम करें।
सदन में पूरा समय बिताने की सलाह
बैठक के दौरान सीएम ने तीन मंत्रियों के नाम लेकर विधायकों को सदन में अधिक समय देने की हिदायत दी। उन्होंने कहा:
- विधायक पूरे समय सदन में उपस्थित रहें और अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।
- सदन में फ्लोर मैनेजमेंट का ध्यान रखें।
- छुट्टी के दिनों में अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा करें और बजट में घोषित योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं।
- मंत्रियों को भी नियमित बैठकें करनी चाहिए ताकि सरकारी योजनाएं जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू हो सकें।
राजस्थान विधानसभा में उठे प्रमुख मुद्दे
बैठक के बाद सुबह 11 बजे विधानसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू हुई। इस दौरान विधायकों ने कई अहम मुद्दे उठाए, जिनमें शामिल हैं:
- डीडवाना में मिनी सचिवालय खोलने का मुद्दा
- जयपुर सेंट्रल जेल को ट्रांसफर करने का सवाल
- राशन डीलरों को कमीशन की जगह मानदेय देने की मांग
- जयपुर में पर्यटक सहायता केंद्र स्थापित करने पर चर्चा
- भरतपुर में आरबीएम अस्पताल निर्माण को लेकर सवाल
- सूरत अग्निकांड से प्रभावित व्यापारियों की सहायता पर सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार ने इन सभी मुद्दों पर संबंधित विभागों के मंत्रियों के माध्यम से जवाब दिया।
सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का निर्देश
सीएम भजनलाल शर्मा ने स्पष्ट किया कि विधायकों को सिर्फ विधानसभा में बैठकर सवाल उठाने से आगे बढ़कर जनता के बीच जाकर भी काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं तभी सफल होंगी जब वे आम लोगों तक पहुंचेंगी। विधायकों और मंत्रियों को जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं का समाधान निकालने पर ध्यान देना चाहिए।
इस बैठक से साफ है कि भाजपा सरकार अपने विधायकों और मंत्रियों से अधिक सक्रियता और जिम्मेदारी की उम्मीद कर रही है, ताकि जनता को योजनाओं का सीधा लाभ मिल सके।
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