चूरू लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल कस्वां का बच्चों के साथ डांस करते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद, उनका एक और गंभीर विषय पर बयान सामने आया है। उन्होंने कोटा और जयपुर जैसे शहरों में बढ़ते स्टूडेंट सुसाइड के मामलों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि बच्चों को आत्महत्या करने से रोकने के लिए अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों को अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाना होगा।
बच्चों को समय और सहयोग दें: राहुल कस्वां
राहुल कस्वां ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए अपने भाषण में कहा,
“हर बच्चे की अपनी अलग काबिलियत होती है, जो ईश्वर ने उन्हें दी है। हमें बच्चों की क्षमताओं को पहचानते हुए उनके साथ समय बिताने और उन्हें समझने की जरूरत है। दौड़ का हिस्सा बनने के बजाय हमें अपने बच्चों की रफ्तार के हिसाब से कदम बढ़ाने होंगे।”
उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करें और उनमें आत्मविश्वास जगाएं। उनका मानना है कि आज के समय में अवसरों की कोई कमी नहीं है, लेकिन बच्चों को सही दिशा और सकारात्मक माहौल देना अत्यंत आवश्यक है।
शिक्षण संस्थानों से उम्मीदें
सांसद राहुल कस्वां ने शिक्षण संस्थानों से अपील की कि वे छात्रों को उनकी प्रतिभा के अनुसार सहयोग और प्रोत्साहन प्रदान करें। उन्होंने कहा,
“शिक्षण संस्थानों को पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को एक स्वस्थ और सयोगात्मक वातावरण देना चाहिए, जहां उनकी मानसिक सेहत का भी ध्यान रखा जा सके।”
कोटा स्टूडेंट सुसाइड पर संवेदनशीलता जरूरी
कोटा में पढ़ाई के दबाव और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के चलते छात्रों के आत्महत्या करने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इस विषय पर बोलते हुए राहुल कस्वां ने कहा कि सरकार और प्रशासन को इस दिशा में गंभीर प्रयास करने होंगे। साथ ही, यह हर अभिभावक और शिक्षण संस्थान की भी जिम्मेदारी है कि वे बच्चों पर पढ़ाई का अत्यधिक दबाव न डालें।