राजस्थान में 7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टियों का चुनाव प्रचार जोरों पर है. दोनों ही मुख्य पार्टियाँ कांग्रेस और भाजपा जनता को अपनी तरफ करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है और इन पार्टियों के दिग्गज नेता राज्य के हर क्षेत्र में जाकर लोगों ने अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे है. जहाँ भाजपा के स्टार प्रचारक पहले ही राज्य में जमे हुए है वहीं अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी प्रचार के लिए एक बार फिर राजस्थान आ रहे है.
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब दिग्गज पार्टियों ने किया राजस्थान की ओर कूच
मारवाड़ के बाद अब मेवाड़ क्षेत्र का दौरा कर 28 विधानसभा सीटों पर प्रचार करेंगे. इस दौरान उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और भीलवाडा में 1 दिसम्बर को राहुल गाँधी की रैली हो सकती है. ये क्षेत्र आदिवासियों का एक प्रमुख इलाका है. इस क्षेत्र के छह जिलों उदयपुर, बांसवाडा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ में कुल 28 सीटें है जिसमें से 20 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और एक सीट अनुसूचित जाति उम्मीदवार के लिए आरक्षित है।
विधानसभा चुनाव में यह एक मान्यता है कि मेवाड़ क्षेत्र में जीतने वाली पार्टी ही राज्य में सरकार बनाती है. इस से पहले सितम्बर में राहुल ने सागवाडा (डूंगरपुर) का दौरा किया था और विशाल जनसभा को संबोधित किया था.
उनके इस आगामी दौरे को कांग्रेस के लिए आदिवासी वोट लाने का प्रयास माना जा रहा है. इस हफ्ते मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उदयपुर में एक रोड शो किया था.