बून्दी। जिला बाल संरक्षण इकाई एवं एक्शन एड यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार को ब्लॉक स्तरीय बाल संरक्षण समिति बून्दी की त्रैमासिक समीक्षा बैठक एवं क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन पंचायत समिति प्रधान प्रेमबाई मीणा की अध्यक्षता में किया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए पंचायत समिति प्रधान प्रेमबाई मीणा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों में शिक्षा का महत्व सभी परिवारों को समझना चाहिए। इसके साथ ही बच्चों की शिक्षा पर सभी पेरेंट्स को ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाल विवाह रोकथाम के लिए जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी एकजुट होकर सक्रियता के साथ कार्य करें। सरकार के साथ ऐसे सामाजिक कार्यों के लिए आम जनता का जागरूक होना बहुत जरूरी है।
कार्यशाला में विकास अधिकारी ने सभी ग्राम विकास अधिकारियों को एवं सरपंचों को ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति को एक्टिव कर हर माह की 5 को 20 तारीख को होने वाली बैठकों में बाल संरक्षण से संबंधित मुद्दे को एजेंडे में एवं जीपीडीपी में शामिल करने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत के क्षेत्र में होने वाले बाल विवाह की संभावना पर सूचना कंट्रोल रूम और संबंधित पटवारी को तथा ब्लॉक पर उपखण्ड अधिकारी को सूचना देना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
एक्शनएड के जोनल कोऑर्डिनेटर मांगीलाल शेखर ने सभी का स्वागत करते हुए ब्लॉक बाल संरक्षण समिति के उद्देश्य एवं सदस्यों की भूमिका पर विस्तार से प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि पंचायत समिति में ऐसे बच्चे जो अनाथ है, या कोई देखभाल करने वाला नही, उनके विकास, शिक्षा एवं पुनर्वास की आवश्यकता है, बाल कल्याण समिति के आदेश से किया जा सकता है।