HomeUncategorizedराजस्थान में प्राइवेट बसों की हड़ताल: प्रदेशभर में 30 हजार बसें बंद

राजस्थान में प्राइवेट बसों की हड़ताल: प्रदेशभर में 30 हजार बसें बंद

राजस्थान में बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने प्राइवेट बसों की हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल के चलते प्रदेशभर में करीब 30 हजार स्टेज कैरिज बसों का संचालन बंद है। यह हड़ताल सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक जारी रहेगी। हड़ताल का कारण बस ऑपरेटर्स की 24 मांगों में से सिर्फ 13 मांगों का स्वीकार होना है, और उनके अनुसार अब तक इन मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

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40 लाख यात्रियों की आवाजाही प्रभावित, 24 मांगों में से 13 पर भी आदेश जारी नहीं होने से नाराज बस ऑपरेटर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी

आज राजस्थान में बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने प्राइवेट बसों की हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल के चलते प्रदेशभर में करीब 30 हजार स्टेज कैरिज बसों का संचालन बंद है। यह हड़ताल सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक जारी रहेगी। हड़ताल का कारण बस ऑपरेटर्स की 24 मांगों में से सिर्फ 13 मांगों का स्वीकार होना है, और उनके अनुसार अब तक इन मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

एसोसिएशन के महासचिव रविप्रकाश सैनी ने बताया कि बस ऑपरेटर्स ने परिवहन विभाग को 24 सूत्रीय मांगें दी थीं, जिनमें से केवल 13 को ही माना गया है, लेकिन उन पर भी अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। इस स्थिति से ऑपरेटर्स में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि सरकार को कई बार अपनी समस्याओं के बारे में बताया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकलने के कारण उन्हें मजबूर होकर हड़ताल करनी पड़ी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन हो सकती है।

आज जयपुर के सिंधी कैंप और अन्य बस स्टैंड पर एसोसिएशन के सदस्य प्रदर्शन कर रहे हैं। इस हड़ताल से प्रदेश में करीब 40 लाख लोगों की यात्रा प्रभावित हो रही है। प्रदर्शन के बाद, बस ऑपरेटर्स सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन सौंपेंगे।

हड़ताल की प्रमुख मांगों में शामिल हैं: लोक परिवहन बसों के लिए ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन परमिट सेवा शुरू करना, अस्थाई परमिट की अवधि 24 घंटे रखना, परिवहन व्यवसाय को उद्योग का दर्जा देना, वाहन बदलने पर सिटिंग कैपेसिटी की शर्त को 5% से बढ़ाकर 20% करना, और उन रूटों पर निजी बसों को परमिट देना जहां रोडवेज बसें नहीं चलती।

यह हड़ताल आज एक दिन के लिए सांकेतिक रूप से की जा रही है, लेकिन भविष्य में इसे लंबी अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है।

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