चौक टीम, जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के प्रागपुरा में राजीनामा करने से इनकार करने पर दुष्कर्म पीड़िता पर जानलेवा हमले करने का मामला बढ़ता जा रहा है। वहीं दुष्कर्म पीड़िता से सोमवार को नेताओं के मिलने का सिलसिला लगातार जारी रहा। राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत सहित कांग्रेस नेताओं ने पीड़िता से मुलाकात की तो रात में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे।
बता दें मुख्यमंत्री ने अस्पताल पहुंचकर दुष्कर्म पीड़िता की ताजा हालात का पूरा जायजा लिया। इस दौरान सीएम के साथ स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, वन मंत्री संजय शर्मा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने परिवार को हर संभव मदद दिलाने का मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है।
परिजन एसएमएस ट्रॉमा के इलाज से संतुष्ट
इधर, पीड़िता को दिल्ली एम्स शिफ्ट करने पर सहमति नहीं बनी है। बताया जा रहा है कि परिजन एसएमएस ट्रॉमा के इलाज से संतुष्ट हैं। रात को पीड़िता की हालत डाउन हुई थी, रात को पीड़िता का ब्लड प्रेशर लो हो गया था। लेकिन अभी पीड़िता की हालत स्थिर बनी हुई है। मेडिकल कॉलेज अधीक्षक और ACS मेडिकल ने कहा कि पीड़िता के स्वास्थ्य में सुधार है।
वहीं युवती के छोटे भाई ने बताया कि मीडिया में खबर आने के बाद मुख्यमंत्री और मंत्री मिलने आए हैं। जब उसकी बहन ने पुलिस से सुरक्षा और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर लगाए। तब किसी ने नहीं सुनी। उस दौरान थाने में बैठे पुलिस सीआई से लेकर कॉन्स्टेबल तक उनके साथ ऐसा व्यवाहर करते थे। जैसे वह दूसरे गृह से आए हैं। राजेन्द्र यादव अकेला अपराधी नहीं था। उसके साथ उसकी पूरी गैंग थी।
गहलोत ने सरकार पर साधा निशाना
वहीं बीते सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़िता से मुलाकात करने के बाद भजनलाल सरकार पर तीखा हमला किया था। गहलोत ने कहा था कि अगर महिलाओं को राज्य में समय पर सुरक्षा मिल जाती तो ऐसी घटना रोकी जा सकती थी। उन्होंने कहा कि यह सरकार की लापरवाही है और आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए।
मालूम हो कि शनिवार देर शाम कोटपूतली-बहरोड़ में प्रागपुरा थाने के पास कुछ बदमाशों ने दुष्कर्म पीड़िता युवती पर चाकू से हमला करने के बाद उसे गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल होने के बाद युवती के बेहोश होने पर बदमाश उसे मरा समझकर भाग गए थे। पीड़िता को गंभीर हालत में सामुदायिक केंद्र ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे एसएमएस अस्पताल, जयपुर रैफर कर दिया गया। पीड़िता अब भी जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही है।
ये था मामला
बता दें कि पीड़ित महिला ने एक आरोपी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज करवाया था जिसके बाद उसको पुलिस ने जेल में डाल दिया था लेकिन जब आरोपी जेल से बाहर जमानत पर आया तो वह लगातार पीड़िता पर मामला वापस लेने के लिए दबाव बना रहा था। इस दौरान युवती ने पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की थी लेकिन इसके बाद 24 फरवरी की शाम को आरोपी ने अपने कुछ साथियों के साथ महिला और उसके भाई पर जानलेवा हमला किया और बाद में गोली मार दी। घटना के बाद पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।