चौक टीम, जयपुर। लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बीजेपी की खराब परफॉर्मेंस का अब असर दिखने लगा है। परिणाम के लगभग डेढ़ महीने बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश आलाकमान से कर दी है। उन्होंने कहा है कि उनका इस्तीफा एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मूले के तहत स्वीकार किया जाना चाहिए। हालांकि उनका इस्तीफा मंजूर किया गया है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
बताया जा रहा है कि सीपी जोशी ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी की खराब परफॉर्मेंस की जिम्मेदारी लेते हुए यह फैसला लिया है, हालांकि अभी तक इस्तीफे की पेशकश के कारणों का अधिकारिक रूप से खुलासा नहीं हुआ है।
दो दिन पहले की पेशकश
दरअसल कहा जा रहा है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश 2 दिन पहले ही कर चुके हैं। जोशी पिछले तीन दिन से दिल्ली में हैं और दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले भी थे। बता दें कि जोशी ने इससे पहले भी विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम आने के बाद भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके थे, लेकिन आलाकमान ने उन्हें लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी देते हुए इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था।
उल्लेखनीय है कि उपचुनाव से पहले सीपी जोशी की इस पेशकश को बड़ी हलचल के रूप में देखा जा रहा है, हालांकि जिस तरह से एक दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की उसके बाद सियासी गलियारों में और भी अलग तरह की चर्चाएं जोरों पर हैं। बताया यह भी जा रहा है कि सीपी जोशी के इस्तीफे की पेशकश के बाद पार्टी के शेष नेतृत्व ने सीएम भजनलाल शर्मा से भी फीडबैक लिया है।
किरोड़ी लाल मीणा को मिल सकता है मौका
सीपी जोशी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि अब किरोड़ी लाल मीणा को इस पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। किरोड़ी लाल मीणा पहले ही राजस्थान सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं बीजेपी आलाकमान के फैसले का वह इंतजार कर रहे हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने पहले ही कहा है कि वह सक्रिय राजनीति से वह अभी 10 साल तक दूर नहीं होना चाहते हैं।
इन तीन नामों की भी हो रही चर्चा
वही, राजस्थान में बीजेपी संगठन में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कहा जा रहा है कि इस बार किसी OBC नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है। नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए मदन राठौड़, प्रभुलाल सैनी और राजेंद्र गहलोत के नामों की चर्चा जोर शोर से हो रही है। बता दें, मदन राठौड़ और गजेंद्र गहलोत राज्यसभा से सांसद है जबकि प्रभुलाल सैनी प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर है। दिलचस्प बात यह है कि यह तीनों सांसद OBC नेता हैं। अब इन तीनों में से किसे प्रदेश की कमान सौंपी जाएगी इसका फैसला बीजेपी आलाकमान जल्द ही करेगी। क्योंकि राजस्थान में जल्द ही 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान होने वाला है।