लंबे वक्त से देश में राम मंदिर के निर्माण को लेकर चल रहे विवाद पर अब पीएम नरेंद्र मोदी का बयान सामने आया है। जिसने राजनीति में हलचल मचा दी है। अपने कार्यकाल के दौरान राम मंदिर जैसे गंभीर मुद्दे पर मौन धारण करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी ने आखिरकार चुप्पी तोड़ी है। बता दें कि नरेंद्र मोदी का बयान उस वक्त सामने आया है जब लोकसभा चुनावों को महज कुछ ही महीने शेष है।
हाल ही में एएनआई को दिए अपने एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि राम मंदिर के मुद्दे पर अध्यादेश का फैसला कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही लिया जाएगा। आपको जानकारी दे दें कि राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट 4 जनवरी को सुनवाई करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि तीन तलाक पर भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही अध्यादेश लाया गया था। ऐसे में उन्होंने साफ कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले सरकार अध्यादेश नहीं लाएगी।
पीएम मोदी के इस बयान का स्वागत आरएसएस ने पीएम मोदी के इस बयान का स्वागत किया है। आरएसएस संग ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा है कि हमें प्रधानमंत्री का बयान मंदिर निर्माण की दिशा में एक सकारात्मक कदम लगता है।
संघ ने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री का अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के संकल्प का अपने साक्षात्कार में पुनः स्मरण करना यह भाजपा के पालमपुर अधिवेशन(1989) में पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही है।