राजस्थान में पूरे 9 साल के लम्बे इंतजार के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर की पात्रता हासिल करने के लिए सेट (SET) परीक्षा का आयोजन होने जा रहा है. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से परीक्षा की जिम्मेदारी गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी बांसवाड़ा को दी गई है. लेकिन सालों से इंतजार कर रहे परीक्षार्थियों के सामने एक समस्या खड़ी हो गई है. राजस्थान स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट में अभ्यर्थियों के पास सिर्फ 29 विषयों का ही विकल्प रहेगा. ऐसे में उन अभ्यर्थियों को नुकसान होने जा रहा है जिन्होंने पीजी उस विषय में की है जो सेट में शामिल ही नहीं है. लाइब्रेरी साइंस जैसा महत्वपूर्ण पद भी सेट परीक्षा में शामिल नहीं किया गया है.
12 जनवरी से आवेदन प्रक्रिया हुई शुरू, 19 मार्च को परीक्षा प्रस्तावित
पिछले 9 सालों से असिस्टेंट प्रोफेसर पात्रता परीक्षा का इंतजार किया जा रहा था. पिछले दिनों परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही 12 जनवरी से परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो 11 फरवरी 2023 तक चलेगी. इसके साथ ही गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित करवाई जा रही इस परीक्षा की तिथि 19 मार्च 2023 प्रस्तावित रखी गई है.
नेट में 100 विषयों से अधिक विषयों का विकल्प
सेट में जहां सिर्फ 29 विषयों का शामिल किया गया है तो वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय स्तर की आयोजित होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट में अभ्यर्थियों को 100 से अधिक विषयों में परीक्षा देने का विकल्प होता है. सेट में विषयों का विकल्प कम रहने का खामियाजा राजस्थान के छात्रों को रह सकता है. क्यूंकि नेट में कट ऑफ बहुत ज्यादा रहने के चलते राजस्थान के छात्र बाहर हो जाते हैं. लेकिन सेट में सिर्फ 29 विषयों के विकल्प होने के चलते राजस्थान के छात्र काफी निराश है.
परीक्षा के लिए भी मिला काफी कम समय
गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली सेट परीक्षा की प्रस्तावित तिथि 19 मार्च रखी गई है. जबकि सेट परीक्षा का नोटिफिकेशन ही 9 जनवरी को जारी किया गया था. इसके साथ ही 12 जनवरी से परीक्षा को लेकर आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई थी. ऐसे में 9 सालों से परीक्षा के इंतजार कर रहे छात्रों ने परीक्षा में काफी कम समय देने की बात कही है.
नेगेटिव मार्किंग नहीं होने से अभ्यर्थियों को थोड़ी राहत
हालांकि परीक्षा में किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं रखी गई है. जिसके चलते परीक्षार्थियों को थोड़ी राहत जरुर मिली है. पहला पेपर जहां 100 अंकों का होगा तो वहीं दूसरा पेपर 200 अंकों का होगा. पहले पेपर में 50 सवाल 100 अंकों के रखे गए हैं साथ ही दूसरे पेपर में 100 सवाल 200 अंकों के रखे गए हैं. पेपर हिंदी और अंग्रेजी माध्यम में होगा. किसी भी सवाल पर संशय की स्थिति में अंग्रेजी माध्यम के सवाल को ही मान्य माना जाएगा.