HomeSuccess StoryPadma Award 2024: कौन हैं पद्म पुरस्कार पाने वाली एम फातिमा बीवी?...

Padma Award 2024: कौन हैं पद्म पुरस्कार पाने वाली एम फातिमा बीवी? जानिए कैसे पिता के सपने को बनाया अपना सपना

साल 2024 में पद्म पुरस्कार हासिल करने वालों में 132 दिग्गजो का नाम शामिल हैं। इनमें एक नाम बीते साल नवंबर में दुनिया को अलविदा कह गईं.

चौक टीम, जयपुर। साल 2024 में पद्म पुरस्कार हासिल करने वालों में 132 दिग्गजो का नाम शामिल हैं। इनमें एक नाम बीते साल नवंबर में दुनिया को अलविदा कह गईं। जिनका नाम है एम फातिमा बीवी। इस महिला ने देश में अलग मुकाम हासिल किया है। जहा उन्हें सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज होने का कीर्तिमान हासिल है। हालांकि, वह सिर्फ शीर्ष न्यायालय की ही पहली महिला जज नहीं थीं, बल्कि बार काउंसिल में गोल्ड मेडल जीतने वाली भी पहली महिला थीं।

फातिमा बीवी का वो सपना…

आज हम आपको बताएंगे एम फातिमा बीवी कौन थी, एम फातिमा बीवी जिन्हे पद्म पुरस्कार मिला। 30 अप्रैल 1927 में केरल के पाथनमिट्टा में जन्मीं फातिमा बीवी को कामयाब वकील और जज बनाने में पिता अन्नावीतिल मीरन साहिब का बड़ा योगदान है। कहा जाता है कि उनके पिता उन्हें वकील बनते देखना चाहते थे। इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने कानून में डिग्री हासिल की और नवंबर 1950 में वकील बन गईं। इससे पहले उनकी शुरुआती शिक्षा कैथोलिकेट हाई स्कूल से हुई है। उन्हें स्नातक की पढ़ाई तिरुवनंतपुरम के यूनिवर्सिटी कॉलेज से केमिस्ट्री में की थी।

पिता के सपने को बनाया अपना सपना

साथ ही उन्होंने एडवोकेट के तौर पर केरल में करियर की शुरुआत की। इसके बाद साल 1974 में जिला एवं सत्र न्यायालय में जज बनीं। साल 1980 में उन्होंने इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्युनल का रुख किया और साल 1983 में उच्च न्यायालय की जज बनीं। इसके बाद साल 1989 इतिहास में दर्ज हो गया और वह सुप्रीम कोर्ट में पहली महिला जज के तौर पर नियुक्त हो चुकी थीं। साथ ही शीर्ष न्यायालय में वह इस पद पर 29 अप्रैल 1992 तक रहीं। हालांकि, रिटायरमेंट के बाद भी फातिमा बीवी ने काम की रफ्तार को धीमा नहीं किया और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सदस्य बनीं।

राजनीति से भी जुडी है फातिमा बीवी

साथ ही उनका जीवन राजनीति से भी जुड़ा हुआ है, उन्होंने तमिलनाडु की राज्यपाल का भी दायित्व संभाला था, जो खासा विवादों में रहा। उनका सबसे विवादित फैसला राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान माना जाता है। दरअसल, उन्होंने साल 2001 में हुए तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के बाद जयललिता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी थी। खास बात है कि उस साल TANSI भूमि मामले में दोषी पाए जाने के चलते उन्हें चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया गया था। लेकिन उन्होंने इन सबके चलते हार नहीं मानी और अपने मुकाम को हासिल करने और लोगो के लिए अपने जीवन को समर्पित करने में लगा दिया।

तो ये थी एम फातिमा बीवी जिन्हे हाल ही में पद्म पुरस्कार से नवाजा गया, लेकिन वो इस पुरुस्कार को अपने हाथ से लेने के लिए ज़िंदा नहीं है, आज वो महान हस्ती हमारे बीच में नहीं है, लेकिन उनका नाम, काम और काम के प्रति उनका समर्पण लोग सालों- सालों तक याद रखेंगे।

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