चौक टीम, जयपुर। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को बसंत पंचमी के मौके पर शुभ मुहूर्त में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। पार्टी विधायकों के संख्याबल के लिहाज से उनकी जीत तय मानी जा रही है। प्रदेश के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सोनिया गांधी का प्रदेश से पुराना नाता है और आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिलेगा।
दरअसल, राजस्थान से सोनिया गांधी के राज्यसभा पहुंचने के कई सिहासी मायने माने जा रहे हैं। एक उच्चन सदन में राजस्थान के हित की आवाज उठाएंगी? केंद्र पर दवाब बनेगा? सोनिया गांधी नेतृत्व में कांग्रेस राजस्थान में लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी? राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटें हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की खाली हुई सीट पर सोनिया गांधी ने राज्यसभा के लिए नामांकन भरा है।
‘राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना हमारा लक्ष्य’
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले सोनिया गांधी जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल हुईं। इस दौरान पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बड़ा देते हुए कहा-‘हम जान लगा देंगे, हमारा एक ही लक्ष्य कि हमारा नेता राहुल गांधी देश का प्रधानमंत्री बनें।’ पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बहुत बड़ी बात है कि सोनिया गांधी के साथ राहुल और प्रियंका भी आए हैं। यह हमारे लिए बहुत हर्ष की बात है, खुशी है।
उन्होंने कहा कि पूरे राजस्थान में इस निर्णय का जोरदार स्वागत हो रहा है। इससे हमें बल मिलेगा, कांग्रेस मजबूत होगी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में हम लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मैं पार्टी के तमाम वर्कर की ओर से निवेदन करता हूं कि हम जान लगा देंगे, हमारा एक ही लक्ष्य है कि हमारा नेता राहुल गांधी देश का प्रधानमंत्री बने।
क्या राहुल गांधी विपक्ष के पीएम उम्मीदवार?
विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश के बीच सोनिया गांधी के सामने डोटासरा के बड़े बयान से साफ जाहिर होता है कि विपक्ष की और राहुल गांधी पीएम के उम्मदीवार होंगे। हालांकि, लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का प्रदर्शन कैसा रहेगा, अभी इस पर कयासबाजी जारी है। चुनाव से पहले सामने आए कई सर्वे में केंद्र में तीसरी बार पीएम मोदी की सरकार बन रही है। ऐसे में डोटासरा के बयान को पार्टी आलाकमान के साथ अतिउत्साह में कही गई बात मानी जा रही है।
इधर, बैकडोर एंट्री के सवाल पर विधानसभा के पूर्व स्पीकर डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि यह बैक डोर एंट्री नहीं है। वो लगातार चुनाव जीतती रही हैं। अब उनके स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व चुनाव की दृष्टि से निर्णय करता है। इसी के तहत इसको देखा जाना चाहिए। यह कांग्रेस की राजनीती का एक पार्ट है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना है। इसी दृष्टि से सोनिया गांधी को यहां से राज्यसभा भेजा जा रहा है।