राजस्थान शिक्षा सेवा प्राध्यापक संघ (रेसला) द्वारा शिक्षा निदेशालय बीकानेर में उप प्राचार्य डीपीसी शीघ्र करने को लेकर धरना दिया गया. जिसमें राजस्थान भर से सैकड़ों की संख्या मे व्याख्याताओं ने निदेशालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर धरने में जुटे. धरने के बाद व्याख्याताओं ने निदेशालय परिसर में रैली निकालकर व जोरदार नारेबाजी करते हुए निदेशालय का घेराव किया.दरअसल व्याख्याता उप प्राचार्य की डीपीसी में हो रही देरी को लेकर आक्रोशित हैं और इस संबंध में रेसला की उच्चस्तरीय वार्ता होने के बाद भी लेट लतीफी को लेकर व्याख्याता आंदोलित हो गये और धरना लगा दिया.
आंदोलन के बाद निदेशक से हुई वार्ता
शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने संगठन को वार्ता के लिए बुलाया जिसमें प्रदेशाध्यक्ष गिरधारी गोदारा व प्रदेश महामंत्री डॉ. अशोक जाट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें रामलाल खेदड़, रेखा भादू, भंवरलाल गुर्जर शामिल रहे, निदेशक से मिले.रेसला के प्रदेश महामंत्री डॉ. अशोक जाट ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में घोषणा की थी इसमें देरी नहीं करनी चाहिए. संगठन निदेशक महोदय से आश्वस्त हैं और उन्होंने 11 जनवरी तक डीपीसी हेतु समय सीमा दी है.
वार्ता के बाद व्याख्याताओं ने धरना किया इस स्थगित
वार्ता के बाद व्याख्याता वापस धरनास्थल पर इकट्ठा हुए और निदेशक के आश्वासन पर 11 जनवरी तक धरने को स्थगित करने का फैसला लिया. व्याख्याताओं का कहना है कि वो उप प्राचार्य पदोन्नति के इंतजार में है उन्हें तय समय सीमा में पदोन्नति दी जाये जिससे विभाग की बेहतरी के लिए काम करें न कि धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पडे.