चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में भजनलाल सरकार बनने के बाद पहली राजनीतिक नियुक्ति दि गई है। भजनलाल सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता ओंकार सिंह लखावत को बड़ी जिम्मेदारी दी है। ओंकार सिंह लखावत को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण का अध्यक्ष मनोनित किया गया है। बता दें कि तीसरी बार वो इस पद को संभालेंगे। इससे पहले वसुंधरा राजे की सरकार में वो इस पद को संभाल चुके हैं। पार्टी ने एक बार फिर से ओंकार सिंह लखावत पर भरोसा जताया है।
वसुंधरा सरकार में भी इसी पद पर रह चुके हैं
दरअसल, राजस्थान सरकार ने ओंकार सिंह लखावत को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण का अध्यक्ष मनोनीत किया है। उन्हें धरोहर प्राधिकरण के विधान के अनुच्छेद 4(1) के तहत अध्यक्ष बनाया गया है। राज्य सरकार ने इसका आदेश जारी कर दिया है। ओंकार सिंह लखावत के कंधों पर राजस्थान की धरोहर के सरंक्षण की जिम्मेदारी होगी। लखावत वसुंधरा सरकार में भी इसी पद पर रह चुके है। वह राज्यसभा सांसद भी रह चुके है। इस नियुक्ति के बाद अब चर्चा है कि प्रदेश में कई आयोग और बोर्ड में भी नियुक्तियां की जाएगी।
लखावत को मंत्री स्तर का दर्जा मिलेगा
बता दें ओंकार सिंह लखावत बीजेपी के वरिष्ठ नेता है। राज्यसभा सांसद रह चुके है। वसुंधरा राजे सरकार में भी इन्हें प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया था। अब एक बार फिर इन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। ओंकार सिंह लखावत प्रदेश के धरोहरों के संरक्षण के लिए काम करेंगे। इनकी नियुक्ति के साथ ही अब प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तिया देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
मालूम हो कि राजस्थान में विभिन्न बोर्ड और आयोग खाली है। क्योंकि सत्ता परिवर्तन होने के साथ ही अध्यक्ष एवं सदस्यों को भजन सरकार ने हटा दिया था। अब जल्द ही नियुक्तियां भी शुरू हो सकती है।