राजस्थान की सियासत में क्यों जरूरी है अशोक गहलोत, 14साल के मुख्यमंत्री काल के इन 14 फैसलों से समझिए पूरी कहानी
ब्यूरो रिपोर्ट राजस्थान चौक जयपुर
सेवा ही कर्म, सेवा ही धर्म के मूलमंत्र के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजनीतिक यात्रा में जनसेवा के पर्याय बने हुए
है। देश में जब भी गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित और पिछड़े नागरिकों को सबसे अधिक अधिकार और मजबूती देने की
चर्चा होती है तो इस सूची में पहला नाम सीएम अशोक गहलोत का है।ञ राजस्थान की आम जनता सीएम अशोक गहलोत
की इसी खूबी के चलते इन्हें जननायक का दर्जा दिए हुए है। मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए सीएम अशोक गहलोत ने सैंकड़ों
ऐसी योजनाओं को धरातल पर उतारा जो पूरे भारत में उदाहरण बनी। वर्तमान शासनकाल में ही 33 फ्लैगशिप योजनाओं
ने राजस्थान की जनता को कुशल, उत्तरदायी और सर्वजन हिताय शासन का अहसास करवा रही है। अपनी व्यवहारकुशल
सौम्य राजनीतिक छवि के इतर इन योजनाओं के बूते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोगों के दिलों में खास जगह बनाने में
कामयाब रहे।
1.मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना
राजस्थान निरोगी रहे स्वस्थ रहे, यह मंशा सीएम अशोक गहलोत गहलोत रही है। भारत की सीमाओं के पार मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत की जिस योजना पर चर्चा रही, वह है मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना। मकसद यहीं कि राजस्थान का कोई
भी व्यक्ति दवा के अभाव में चिकित्सा सुविधा से वंचित नहीं हो। 02 अक्टुबर 2011 से अब तक सीएम अशोक
गहलोत की यह योजना करोड़ों नागरिकों के स्वास्थय लाभ में सहयोगी रही है।
2.प्रशासन गाँवों के संग अभियान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ग्रामीणों का दर्द समझते है, इसके लिए सीएम अशोक गहलोत की प्रशासन गाँवों के संग
अभियान पहल ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने का सशक्त माध्यम साबित हुआ। ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने
के लिए पूरे प्रशासनिक अमले को गांवों की दहलीज पर लाकर उन्हें राहत दिलवाने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने
किया।
3.चिरंजीवी योजना
सीएम अशोक गहलोत की इस योजना ने लोकप्रियता के सभी आयामों को पार किया है। जननायक के राजनीतिक विरोधी
भी मानते है कि चिरंजीवी का साहस अगर कोई कर सकता थे तो वह केवल और केवल अशोक गहलोत ही। राजस्थान
सरकार की सबसे बड़ी फ्लैगशिप योजना, जिसमें प्रदेश का कोई भी परिवार 850 रुपए देकर योजना से जुड़ सकता है। उम्र,
आयु, वर्ग, आय की कोई बाध्यता नहीं। चिरंजीवी योजना में 10 लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज स्वास्थ्य अभाव में
तडपते नागरिकों के आंसु पौछने का काम कर रहा है।
4.ओल्ड पेंशन योजना
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनहित की योजनाओं के साथ साहसिक निर्णय के लिए भी पहचाने जाते है। राजस्थान के
सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम का लाभ देकर एक झटके में राष्ट्रीय राजनीति की दिशा और दशा बदल दी।
राजस्थान की बजट घोषणा के बाद सरकारी कर्मचारी कहते नजर आए कि सच में यूं ही कोई अशोक गहलोत नहीं हो
जाता।
5.सूखा प्रबंधन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उस प्रदेश और गृह जिले से आते है जो सूखे की मार झेलता रहा है। सीएम गहलोत का बचपन
उस मिट्टी में गुजरा जहां पानी एक सपना रहा। इसको सीएम अशोक गहलोत ने अपने शासनकाल में बखूबी समझा। जल
संसाधन, सूखे की स्थिति में किसानों, पशुपालकों और आम जनता के लिए आपदा प्रबंधन का अहम कार्य योजनाबद्व रूप
से किया। परिणाम यह रहे कि अब मरूधरा में हरित बयार है।
6.जयपुर में अतिक्रमण हटाना
सुशासन के लिए कड़े फैसलों लेने से नहीं हिचकने वाले जननायकों में अशोक गहलोत का नाम अग्रिम पंक्ति है। जयपुर
के हेरिटेज को संरक्षित रखने, विश्व पर्यटन के लिए गुलाबीनगरी को सुरक्षित रखने का काम सीएम अशोक गहलोत ने
अपने शासनकाल में सतत किया है। जयपुर में अतिक्रमण को हटाने खासतौर पर बरामदे खाली करवाने का ऐतिहासिक
निर्णय सीएम गहलोत के पूर्व कार्यकाल में हुआ।
7.सूचना का अधिकार
पारदर्शी शासन और जवाबदेही अशोक गहलोत सरकार की प्राथमिकता रही है। बिना मांगे सूचना देने वाला देश का पहला
राज्य राजस्थान को बनने का गौरव सीएम अशोक गहलोत के कार्यकाल में मिला है। जन सूचना पोर्टल ऐसा माध्यम बना
है जो अधिकारियों को सूचना ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए बाध्य कर रहा है। लोक सेवा गारंटी अधिनियम राजस्थान
भी सीएम गहलोत की गर्वनेंस को दर्शाता है।
8.राजीव गांधी पाठशाला और महात्मा गांधी स्कूल
महात्मा गांधी का शिक्षा दर्शन है कि मनुष्य के शरीर, मन और आत्मा का सर्वागीण, सर्वोत्कृष्ट विकास हो सीएम अशोक
गहलोत ने इसे सच के सांचे में ढाला है। मरूधरा की दूर ढाणी और गांव के बालक बालिकाओं की शिक्षा के लिए बड़े कदम
सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व में उठे। अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा के कदम की बच्चों के परिजन मुक्तकंठ से सराहना कर
रहे है।
9.राजस्थान स्टेट बीपीएल योजना
समाज के निर्धनतम परिवारों को आर्थिक सहायता पहुंचाने में भी सीएम अशोक गहलोत पीछे नहीं है। स्टेट बीपीएल योजना
के जरिए प्रदेश से उस तबके तक सहायता, सहयोग और संबंल देने का प्रयास अशोक गहलोत कर रहे है, जो समक्ष नहीं
है। बीपीएल परिवारों को खाद्य सुरक्षा देने में सीएम अशोक गहलोत की प्रभावी भूमिका है।
10.मुख्यमंत्री निःशुल्क पशुधन जाँच योजना
मूक पशुओं के लिए सीएम अशोक गहलोत संवेदनशील है। राजस्थान के किसानों, पशुपालकों के पशुधन को चिकित्सा
सुविधा प्रदान करने के लिए बड़ा कदम मुख्यमंत्री निःशुल्क पशुधन जाँच योजना के रुप में उठाया गया है। पशुओं के
समयबद्व उपचार, पशुधन संरक्षण और उनकी अकाल मृत्यु रोकने में यह कदम बेहद प्रभावी रहा है।
11.ब्याज मुक्त फ़सली ऋण योजना
राजस्थान के किसानों को सक्षम बनाने की पहल नीतिगत रुप से अशोक गहलोत करते रहे है। किसानों के फसली कर्ज
माफ करने का ऐतिहासिक निर्णय लेने का फैसला सीएम गहलोत ने लिया। इसके साथ ही ब्याज मुक्त फ़सली ऋण
योजना के जरिए लाखों किसानों को आर्थिक मजबूती दी है।
12.कोरोना प्रबंधन
जब पूरी दूनियां आशंकित थी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भीलवाड़ा और रामगंज मॉडल ने देश दूनिया में अलग
पहचान बनाई। अपने नागरिकों को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने प्रबंधन से
बखूबी दर्शाया। कोराना में अस्पताल, आईसीयू, दवा, वेटिंलेटर सहित सेवाभाव प्रबंधन अमिट अक्षरों में लिखा गया।
13.इंदिरा रसोई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह योजना कोई भूखा नहीं सोए के पवित्र संकल्प को दर्शा रही है। योजना दिहाड़ी मजदूरों,
एकल परिवारों, घर से दूर रह रहे छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है। गुणवत्तापूर्ण भोजन आज इंदिरा रसोई
की पहचान है।
14 इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना
मनरेगा यानि महात्मा गांधी नरेगा योजना को एक सपने की तरह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिया। राजस्थान के
ग्रामीण अंचल की दशा और दिशा में बदलाव सीएम अशोक गहलोत के विजन ने किया। मनरेगा की तर्ज पर शहरी
इलाकों में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना ने इसमें नए रंग भरे।
सीएम अशोक गहलोत के विजन ने नया राजस्थान बनाया। सशक्त और विकसित राजस्थान बनाने के लिए नए निवेश की बहार मरू प्रदेश में आई है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा देना हो, सोलर संभावनाओं को तराशना हो, राजस्थान रिफाइनरी के जरिए विराट इरादों को दर्शाना हो। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पालनहार योजना, मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना, सरकारी नौकरियों के अवसर देना हो या नौनिहालों की परवाह। सब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 14 वर्ष के कार्यकाल में पूरा कर दिखाया है। यह करना आसान नहीं था, तमाम चुनौतियां थी। लेकिन जब लक्ष्य निर्धारित हो तो मंजिल मिलनी ही है। एक विजनरी लीडर असल जननायक अशोक गहलोत है। यही सुराज है, यह ही अशोक गहलोत का राजस्थान है। तभी तो हम कह रहे है यूं ही कोई अशोक गहलोत नहीं हो जाता।
चौक मीडिया, जयपुर